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Varanasi News: यूपी कॉलेज मस्जिद विवाद मामला, 500 से ज्यादा छात्रों का प्रदर्शन, पुलिस से हुई झड़प

Varanasi News:छात्रों को कैंपस में घुसन से पहले पुलिस ने रोक लिया। पुलिस ने लाठी फटकार कर छात्रों को खदेड़ा।

Rishu Pathak
Published on: 6 Dec 2024 2:34 PM IST
UP College masjid case
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UP College masjid case    (photo: social media )

Varanasi News: वाराणसी के यूपी कॉलेज में मस्जिद को लेकर चल रहा विवाद बढ़ता जा रहा है। जुमे के दिन शुक्रवार को करीब 500 से ज्यादा छात्र भगवा झंडा लेकर कॉलेज पहुंच गए। उन्होंने वहां नारेबाजी की।

जबरदस्ती कॉलेज में घुसने की कोशिश की। उस दौरान उनकी पुलिस से झड़प हो गई। इसके बाद छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी। लेकिन छात्रों को कैंपस में घुसन से पहले पुलिस ने रोक लिया। पुलिस ने लाठी फटकार कर छात्रों को खदेड़ा। छात्रों का कहना है कि कॉलेज कैंपस से मस्जिद हटाई जाए। अब नमाज पढ़ी गई तो हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।

दरअसल, सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड ने 2018 में कॉलेज प्रशासन को नोटिस जारी करते हुए कॉलेज की जमीन को अपनी संपत्ति बताई थी। हाल में इसका लेटर फिर से वायरल हुआ। तब से छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। ज्ञानवापी मस्जिद केस के पैरोकार समेत 12 पर FIR यूपी कॉलेज परिसर स्थित मस्जिद के बाहर हंगामा और माहौल बिगाड़ने के आरोप में पुलिस ने मुस्लिम पक्ष के 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

शिवपुर थाने में मुकदमा दर्ज

कॉलेज के प्राचार्य प्रो. धर्मेंद्र सिंह की शिकायत पर शिवपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। इसमें ज्ञानवापी मस्जिद केस के पैरोकार मुख्तार अहमद अंसारी का नाम भी शामिल हैं। प्राचार्य ने वीडियो, मीडिया और सोशल मीडिया में बयानबाजी के यू-ट्यूब लिंक भी पुलिस को उपलब्ध कराए।

25 नवंबर- योगी कॉलेज के 115वें संस्थापन दिवस समारोह शामिल हुए। उन्होंने कॉलेज को स्टेट यूनिवर्सिटी की मान्यता देने का आश्वासन दिया।

26 नवंबर- सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की तरफ से 2018 में यूपी कॉलेज को जारी नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। नोटिस का संबंध वसीम अहमद के उस दावे से था, जिसमें कहा गया था कि मस्जिद नवाब टोंक की जमीन पर है, इसलिए इसे वक्फ बोर्ड अपने नियंत्रण में लें। कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने उसी दिन वक्फ बोर्ड को नोटिस का जवाब दिया। कहा- दावे के संदर्भ में अगर कोई वैध दस्तावेज है, तो पेश करें।

29 नवंबर- अचानक से कॉलेज परिसर में 500 से अधिक मुस्लिम पहुंच गए और नमाज अदा की। इतनी संख्या में नमाजियों को देखकर छात्र भड़क गए। कॉलेज के प्राचार्य सिंह ने पुलिस को जानकारी दी। उन्होंने इतनी भारी संख्या में नमाज अदा पर नाराजगी जताई।

2 दिसंबर - कॉलेज के छात्रों ने परिसर का माहौल खराब करने की साजिश, वक्फ बोर्ड की वायरल नोटिस के विरोध में प्रदर्शन किया। वक्फ बोर्ड का पुतला फूंका। कॉलेज में बढ़ते तनाव को देखते हुए एक प्लाटून पीएसी के साथ तीन थाने की पुलिस फोर्स तैनात हुई।

3 दिसंबर - छात्रों ने कॉलेज परिसर में अंदर और बाहर विरोध प्रदर्शन किया। मस्जिद से 50 मीटर दूर कॉलेज गेट के समीप हनुमान चालीसा का पाठ किया। पुलिस से झड़प होने पर छात्र संघ अध्यक्ष समेत 7 को गिरफ्तार कर लिया गया। देर शाम पुलिस ने उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया। बवाल की आशंका पर मुस्लिम पक्ष को कैंपस में नमाज से रोका गया।

4 दिसंबर- सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड का 3 दिसंबर को जारी पत्र कॉलेज के प्राचार्य को मिला। वक्फ बोर्ड के विधि अधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि 2018 में जारी नोटिस को 3 साल पहले 2021 में ही खारिज किया जा चुका है। कॉलेज परिसर में मौजूद किसी भी जमीन पर उसका कोई दावा नहीं है।

5 दिसंबर- तीसरे दिन छात्रों के विरोध के चलते मुस्लिम पक्ष कॉलेज परिसर में मौजूद मस्जिद में कोई नमाज अदा करने नहीं आया।



Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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