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Police Uniform: यूपी में पुलिसवालों का ड्रेस कोड बदला! गले में रुद्राक्ष और गेरुआ वेशभूषा में तस्वीर आई सामने

UP Police Dress Code: वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में तैनात पुलिसकर्मियों के ड्रेसकोड में बड़ा बदलाव किया गया है। अब मंदिर के अंदर ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मी पुजारियों की वेशभूषा में दिखाई देंगे।

Aniket Gupta
Published on: 11 April 2024 4:31 PM IST
up police dress code changes
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up police dress code changes (Photo: Social Media)

UP Police Dress Code: यूपी के वाराणसी से एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी गले में रुद्राक्ष, माथे पर त्रिपुंड और गेरुआ वेशभूषा में दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Mandir) में बाबा का दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। अब इस भीड़ को कंट्रोल करने के लिए यूपी पुलिस की ओर से बड़ा फैसला लिया गया है। वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने तय किया है कि अब काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में तैनात पुलिसकर्मियों की ड्रेस पुजारियों की तरह होगी। गर्भगृह में तैनात पुलिसकर्मी माथे पर त्रिपुंड, गले में रुद्राक्ष और गेरुआ वेशभूषा में दिखाई देंगे।

पुजारियों की बात मानते हैं श्रद्धालु

अब तक जिस तरह मंदिर में पुलिसकर्मी तैनात होते थे, इससे दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ रहा था। साथ ही, श्रद्धालुओं की तरफ से दुर्व्यवहार जैसी शिकायतें भी मिल रही थीं। इसी शिकायतों को ध्यान में रखते हुए वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने यह फैसला लिया है। जानकारी देते हुए कमिश्नर ने बताया कि आमतौर पर श्रद्धालु पुजारियों की बात को आसानी से मान लेते हैं। इसलिए ऐसी जगहों पर पुलिसकर्मी पुजारियों की वेशभूषा में ड्यूटी करेंगे। साथ ही मोहित अग्रवाल ने कहा कि ये पुलिसकर्मी बाबा का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को गाइड भी करेंगे।

गर्भगृह में तैनात पुलिसकर्मियों की होगी ट्रेनिंग

कमिश्नर ने आगे कहा कि मंदिर में वीआईपी मूवमेंट (VIP Movement) के टाईम रस्सी से एक घेरा बनाया जाएगा। इससे श्रद्धालु खुद बिना किसी दिक्कत के मंदिर में दर्शन कर पाएंगे। मंदिर के गर्भगृह में तैनात पुलिसकर्मियों को 3 दिनों की ट्रेनिंग होगी। उन्होंने आगे कहा कि ट्रेनिंग जरूरी है क्योंकि मंदिर में इस तरह की ड्यूटी थानों पर की जा रही ड्यूटी से बिल्कुल अलग है। इन पुलिसकर्मियों को विनम्र भाषा में बोलने की ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही दूसरी भाषाओं की जानकारी भी दी जाएगी। इसके लिए प्रशासन की तरफ से हेल्प डेस्क तैयार किया गया है।



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Snigdha Singh

Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Hi! I am Snigdha Singh from Kanpur. I Started career with Jagran Prakashan and then joined Hindustan and Rajasthan Patrika Group. During my career in journalism, worked in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi.

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