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Varanasi News: अदाणी फाउंडेशन के सथवारो मेले में वाराणसी की गंगा तीरी अगरबत्ती की धूम

Varanasi News: अगरबत्ती बनाने वाली कंपनी में 300 महिलाएं काम करती हैं। यहां गाय के गोबर, कपूर, नारियल तेल, गुग्गल, चंदन पाउडर, चावल का आटा और गंगातीरी सहित अन्य 54 प्रकार की जड़ी-बूटियों जैसे प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग करके अगरबत्ती बनाई जाती है।

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Newstrack Network
Published on: 15 Nov 2023 2:47 PM IST
Varanasis Ganga Tiri incense sticks celebrated in Adani Foundations Sathwaro Fair
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अदाणी फाउंडेशन के सथवारो मेले में वाराणसी की गंगा तीरी अगरबत्ती की धूम: Photo- Newstrack

Varanasi News: अदाणी फाउंडेशन ने भारत की विविध कलाओं और शिल्पों को प्रदर्शित करने वाले अदाणी कॉर्पोरेट हाउस (एसीएच), अहमदाबाद में दो दिवसीय कार्यक्रम सथवारो मेला का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में देश भर के 20 स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) और कारीगरों द्वारा बनाए गए हस्तनिर्मित उत्पादों की श्रृंखला प्रदर्शित की गई। कारीगरों को सशक्त बनाने और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने पर ध्यान देने के साथ, यह आयोजन कारीगरों और उपभोक्ताओं के बीच की दूरी को पाटता है। इस मंच के माध्यम से, फाउंडेशन का लक्ष्य स्थायी आजीविका और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।

वाराणसी के सेवापुरी क्षेत्र की ग्रामीण महिलाओं द्वारा बनाई जा रही प्राकृतिक उत्पादों वाली बांस और रसायन मुक्त गंगातिरी अगरबत्ती, सिंगरौली (मध्य प्रदेश) के सिक्की शिल्प से लेकर मुंद्रा (गुजरात) के सूफ और मिट्टी के काम से लेकर महाराष्ट्र की वर्ली कला, कट्टुपल्ली (तमिलनाडु) के ताड़ के पत्तों के उत्पाद और विझिंजम (केरल) के नारियल के खोल के सामान, विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प प्रदर्शित किए गए । प्रदर्शनी को आगंतुकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, जिनके पास चुनने और खरीदने के लिए बहुत सारे पारंपरिक और समकालीन शिल्प थे - जिनमें से प्रत्येक भारत की सांस्कृतिक समृद्धि की कहानी कहता है।

ऐसे बनायी जाती है अगरबत्ती

इसी कड़ी में वाराणसी के सेवापुरी क्षेत्र की ग्रामीण महिलाओं द्वारा बनाई जा रही प्राकृतिक उत्पादों वाली बांस और रसायन मुक्त गंगातिरी अगरबत्ती को भी सथवारो मेले मे प्रदर्शित होने का अवसर मिला। सथवारों मेले में आकर इन महिलाओं ने अपनी मेहनत और लगन से बनाए सामान लोगों के आकर्षण का केंद्र रहे। सथवारो मेले में इन महिलाओं का आत्मविश्वास इनकी कामयाब होने के ललक को साफ दिखा रहा था। अगरबत्ती बनाने वाली कंपनी में 300 महिलाएं काम करती हैं। यहां गाय के गोबर, कपूर, नारियल तेल, गुग्गल, चंदन पाउडर, चावल का आटा और गंगातीरी सहित अन्य 54 प्रकार की जड़ी-बूटियों जैसे प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग करके अगरबत्ती बनाई जाती है। इनमें से कुछ गंगातीरी एक स्वदेशी भारतीय प्रजाति है, जो पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी, गाज़ीपुर और बलिया और बिहार में गंगा नदी के आसपास पाई जाती है।

अदाणी कौशल विकास केंद्र (सक्षम) अदाणी फाउंडेशन की एक प्रमुख पहल है, जो सतत आजीविका के लिए समर्पित है। काशी प्रेरणा सक्षम प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड महिलाओं का एक समूह है, जो आत्मनिर्भरता के सामान्य लक्ष्य के साथ काम कर रहा है और स्थानीय महिलाओं को आजीविका के अवसर प्रदान करने के लिए उद्यमी बनाना है।

अदाणी कौशल विकास केंद्र से मिला सहयोग

ये महिलाएं जानती हैं कि उपभोक्ताओं के पास अगरबत्ती खरीदने के लिए लाखों विकल्प हैं, उन्होंने भक्तों की ज़रूरतों को ध्यान में रखा है और इन अगरबत्तियों और धूप बत्तियों का उपयोग करने में लगने वाले समय को ध्यान में रखते हुए इन स्टिक्स को रचनात्मक रूप से डिज़ाइन किया है। चूंकि समूह अपने दम पर निर्माण कर रहा है, इसे उत्तर प्रदेश के वाराणसी के सेवापुरी ब्लॉक में निर्माण इकाई के प्रशिक्षण और सेटअप के रूप में अदाणी कौशल विकास केंद्र का काफी सहयोग मिला है। अदाणी फाउंडेशन की तरफ से वाराणसी के सेवापुरी क्षेत्र में ग्रामीण महिलाओं को इस काम मदद के तौर कुछ मशीनें दी गई है जिसमें लाइजर मशीन जो पीसने के काम आती है उसके अलावा डीवाटरिंग मशीन, स्क्रीन मशीन और पांच मैन्युअल मशीनें दी गई है जो इनके रोज के कामों में तेजी लाने में काफी मददगार है। अगरबत्तियों और धूप बत्तियों का उपयोग करने में लगने वाले समय को ध्यान में रखते हुए इन स्टिक्स को रचनात्मक रूप से डिजाइन किया गया है।

महिलाओं को स्वावलंबी बनाना ही अदाणी फाउंडेशन का लक्ष्य है

वैसे तो, बाजार में अगरबत्तियों की भरमार है जहां एक से बढ़ कर एक सुंगधित अगरबत्ती मिल रही है जो पूरे वातावरण को महका दे। फाउंडेशन ने इन महिलाओं को अपनी कला संस्कृति जरिए समाज से जुड़ने का अनोखा तरीका दिया है ये महिलाएं मुख्य रूप से गृहिणी हैं जिन्हें स्वावलंबी बनाना ही अदाणी फाउंडेशन का लक्ष्य है। अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर द्वारा कौशल विकास कार्यक्रम शुरू करने के बाद इन महिलाओं ने पूरे जोश के साथ प्रशिक्षण में प्रवेश लिया और अगरबत्ती, पैकेजिंग, मार्केटिंग और लॉजिस्टिक्स के निर्माण के सभी पहलुओं को सीखा। वर्तमान में काशी प्रेरणा सक्षम निर्माता कंपनी लिमिटेड विभिन्न मांगों के अनुरूप अगरबत्ती के विभिन्न आकार का उत्पादन करती है।

Shashi kant gautam

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