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Varanasi News: धार्मिक स्थल के पास शराब की दुकान खोलने की तैयारी, ग्रामीणों में आक्रोश
Varanasi News:क्षेत्रवासियों का कहना है कि धार्मिक स्थल के पास शराब की दुकान खुलने से न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचेगी, बल्कि यहां का माहौल भी खराब होगा।
पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में धार्मिक स्थल और पथ के पास शराब दुकान खोलने की तैयारी से ग्रामीणों में आक्रोश (Photo- Social Media)
Varanasi News: वाराणसी जिले के राजातालाब तहसील के अंतर्गत रानी बाजार धार्मिक स्थल और धार्मिक महत्ता के पंचक्रोशी पथ के किनारे स्थित मकान में शराब की दुकान खोलने और ठेकेदारों की मनमानी के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है। नए वित्तीय वर्ष में यहां शराब की दुकान खोलने की तैयारी से क्षेत्रवासियों में रोष है। विभिन्न संगठनों, छात्रों, स्कूल संचालकों और रहवासियों ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पीएम, सीएम सहित कलेक्टर, एसडीएम और जिले के आबकारी अधिकारियों को एक्स पर पोस्ट कर दुकान यहां के आबादी क्षेत्र से स्थानांतरित करने की मांग उठाई है।
क्षेत्रवासियों ने दी सड़कों पर उतरने की चेतावनी
क्षेत्रवासियों का कहना है कि धार्मिक स्थल के पास शराब की दुकान खुलने से न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचेगी, बल्कि यहां का माहौल भी खराब होगा। उन्होंने मांग की है कि शराब की दुकान को यहां के आबादी इलाके से दूर स्थानांतरित किया जाए। अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो मजबूरन सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
चखना की दुकानों को बंद करने के आदेश के बावजूद खुली बिक्री
क्षेत्रवासियों ने बताया कि बीरभानपुर बरम बाबा मंदिर के पास पंचक्रोशी रोड पर एक अंगेज़ी शराब व कचनार गांव के स्टेशन रोड पर माडलशाप सहित ला कालेज सह रथयात्रा मार्ग पर देशी व अंग्रेज़ी शराब की दुकानों का बेरोकटोक संचालन हो रहा है। यहां खुले चखना की दुकानों में अंडा, मांस-मछली की खुलेआम बिक्री की जा रही है, जबकि विभाग ने उक्त दुकानों को बंद करने के स्पष्ट आदेश दिए थे। शराब दुकान के बाहर खुलेआम शराब पीने वालों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
धार्मिक स्थल और पंचक्रोशी यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को होगी परेशानी
क्षेत्रवासियों ने बताया कि धार्मिक स्थल के आसपास रोजाना सुबह से रात तक बड़ी संख्या में लोग शराब पीते नजर आते हैं। शराबी धार्मिक स्थलों के सामने ही गाली-गलौज करते हैं, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदारों और अधिकारियों के बीच मिलीभगत होने के कारण कोई सख्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
शराब दुकानों को आबादी की सीमा से दूर ले जाने की मांग
क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि उक्त शराब की दुकानों को आबादी के सीमा क्षेत्र से बाहर स्थानांतरित किया जाए। उन्होंने पीएम, सीएम सहित कलेक्टर, एसडीएम और आबकारी अधिकारियों को एक्स पर पोस्ट कर जल्द कार्रवाई की अपील की है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन ने उनकी बात नहीं मानी, तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
अधिकारियों की चुप्पी पर उठे सवाल
स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि शराब ठेकेदारों की मनमानी पर स्थानीय प्रशासन की चुप्पी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि शराब माफिया और अधिकारियों के बीच सांठगांठ के कारण ही आबादी और बाजार के बीचोंबीच दो देशी और दो अंग्रेज़ी शराब की दुकानों का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है।