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विक्टोरिया पार्क अग्निकांड: मृत लोगों को ऐसे दी श्रृद्धांजलि, पीड़ितों को है इंसाफ का इंतजार

विक्टोरिया पार्क अग्निकांड की घटना को 11 साल पूरे हो गए है। लेकिन पीड़ित लोगों को आज तक इंसाफ नही मिला। मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। मेरठ के लोगों ने विक्टोरिया पार्क में मृत लोगों को याद किया और उन्हें श्रृद्धांजलि दी।

priyankajoshi
Published on: 10 April 2017 1:20 PM GMT
विक्टोरिया पार्क अग्निकांड: मृत लोगों को ऐसे दी श्रृद्धांजलि, पीड़ितों को है इंसाफ का इंतजार
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मेरठ : विक्टोरिया पार्क अग्निकांड की घटना को 11 साल पूरे हो गए है। लेकिन पीड़ित लोगों को आज तक इंसाफ नही मिला। मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। मेरठ के लोगों ने विक्टोरिया पार्क में मृत लोगों को याद किया और उन्हें श्रृद्धांजलि दी।

क्या है मामला?

-बता दें, 2006 में 11 साल पहले विक्टोरिया पार्क में एक ट्रेडफेयर के दौरान भीषण आग लगी थी।

-इस हादसे में 65 लोगों की मौत हुई। जबकि 160 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।

-जब यह हादसा हुआ, तब डीएम रामकृष्ण और श्रीचंद दूबे एडीएम सिटी चार्ज पर थे।

11 साल भी नही मिला इंसाफ

-घटना को 11 साल बीत गए है, लेकिन पीड़ित परिवारों को अभी भी इंसाफ नही मिला।

-मामला सुप्रीम कोर्ट में है, पीड़ित को इंतजार है कि आखिर कब तक इंसाफ मिलेगा।

-इस प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर न्यायिक आयोग पूर्व जस्टिस एसबी सिन्हा ने जांच की थी।

-जांच में आयोजकों को 60 प्रतिशत और सरकारी तंत्र को 40 प्रतिशत दोषी माना गया था।

20-20 लाख मुआवजे की मांग

-जस्टिस सिन्हा आयोग के रिपोर्ट के मुताबिक सरकार की ओर से प्रति पीड़ित मुआवजा 8 लाख रूपए है।

-इसमें 7 लाख दे ​दिए गए थे, जबकि आयोजकों को प्रति मृतक 12 लाख की देनदारी आती है।

-पीड़ितों की ओर से 20-20 लाख रुपये मुआवजे की मांग की गई थी।

-मेयर हरिकांत आहलुवालिया ने विक्टोरियों पार्क में अन्य सदस्यों के साथ श्रृद्धांजलि दी।

-प्रकरण में पीड़ितों ने सुप्रीम कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई है।

-26 अप्रैल को मामले की अगली सुनवाई होगी। पीड़ितों को फैसले का इंतजार है।

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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