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Hardoi Special Story: मिलिए हरदोई के ऐसे शिक्षक से, जिन्होंने बदल दिया सरकारी स्कूल में पढ़ाई का तरीका
Hardoi Teacher Video: जब वे चंदौली जनपद में तैनात थे और वहां से उनका तबादला हरदोई जनपद हुआ और जब वे स्कूल से बिदा हो रहे थे तो स्कूल के बच्चे उनसे लिपट-लिपट कर रोये थे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था और लोगों ने कहा था कि यदि ऐसे शिक्षक हर स्कूल में हों तो सरकारी स्कूल की काया पलट हो जाय।
Hardoi Famous Teacher Video: रोशनी जहां पड़ती है वहां उजियारा कर देती है, एक शिक्षक के पास शिक्षा रूपी रोशनी का वह भंडार होता है जिसे वह हर विद्यार्थी को समान रूप से बांटकर उनके जीवन को रोशन करता है। ऐसी ही रोशनी बांटने में जुटे हैं बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक शिवेंद्र सिंह बघेल, जो इन दिनों हरदोई के एक विद्यालय में तैनात हैं। यहां उन्होंने कुछ ही दिनों में उन बच्चों को स्कूल की ओर मोड़ा है जो नामांकन के बाद कभी स्कूल में आते ही नहीं थे। वहीं अब उनके प्रयास से विद्यालय में बच्चों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
पूर्व में एक वायरल वीडियो से चर्चा में आये शिवेंद्र सिंह की तारीफ पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बेसिक शिक्षा विभाग के एक कार्यक्रम में कर चुके हैं। इस भाषण को उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर पोस्ट भी किया था। शिवेंद्र का पढ़ाने का अपना अलग अंदाज है वे बच्चों को बेहद प्यार से समझाते हुए पढ़ाते हैं जिससे कुछ ही दिनों में बच्चे उनके मुरीद हो जाते हैं।
जब वे चंदौली जनपद में तैनात थे और वहां से उनका तबादला हरदोई जनपद हुआ और जब वे स्कूल से बिदा हो रहे थे तो स्कूल के बच्चे उनसे लिपट-लिपट कर रोये थे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था और लोगों ने कहा था कि यदि ऐसे शिक्षक हर स्कूल में हों तो सरकारी स्कूल की काया पलट हो जाय।
शिवेंद्र सिंह बघेल इन दिनों हरदोई के टोडरपुर ब्लाक के फैजुल्लापुर के प्राथमिक विद्यालय में तैनात हैं।
स्कूल में बच्चों का बहुत कम नामांकन था और अधिकतर इनमें ऐसे भी थे जो कभी स्कूल आते ही नहीं थे,
जिसके बाद उन्होंने बच्चों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया इसके लिए वे घर-घर पहुंचे अभिभावकों व बच्चों से मिले,रैली निकाली उसका सुखद परिणाम रहा और आज बच्चों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
यहां वे बच्चों को स्कूली शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद व व्यावहारिक ज्ञान पर भी फोकस कर रहे हैं। बच्चे उनके साथ बहुत घुल मिल गए हैं और बच्चों की नियमित उपस्थिति भी अच्छी हुई है।