TRENDING TAGS :
Banda News: अपर आयुक्त के दफ्तर में पेशकार के रिश्वत मांगने का वीडियो वायरल, पद से हटाया गया, जांच के आदेश
Banda News: चित्रकूट धाम मंडल के अपर आयुक्त अमरपाल सिंह की कोर्ट में तैनात एक पेशकार की रिश्वत डीलिंग का कथित वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें पेशकार रामगोविंद एक पक्ष को मुकदमा उसके पक्ष में करने का वादा कर 11 लाख रुपए की मांग कर रहा है।
Banda News: यूपी में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी का चलन योगी सरकार की तमाम सख्तियों और कवायदों के बावजूद भी जारी है। ऐसा ही एक मामला यूपी के बांदा से सामने आया है जहां चित्रकूट धाम मंडल के अपर आयुक्त न्यायालय में एक जमीन के मामले में पेशकार ने 11 लाख रुपए की घूस मांगी है। रिश्वत की डीलिंग का कथित वीडियो और ऑडियो वायरल होने के बाद ये भ्रष्टाचार सामने आया है, कमिश्नरी कार्यालय के अधिवक्ताओं ने एकजुट होकर इस मामले में विरोध करते हुए कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल वायरल वीडियो और ऑडियो का संज्ञान लेते हुए अपर आयुक्त ने आरोपी पेशकार को पद से हटाते हुए मामले की जांच अपर जिलाधिकारी न्याय को सौंपी है।
अधिवक्ताओं ने लगाए तमाम आरोप
चित्रकूट धाम मंडल के अपर आयुक्त अमरपाल सिंह की कोर्ट में तैनात एक पेशकार की रिश्वत डीलिंग का कथित वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें पेशकार रामगोविंद एक पक्ष को मुकदमा उसके पक्ष में करने का वादा कर 11 लाख रुपए की मांग कर रहा है। वीडियो और ऑडियो में आरोपी पेशकार और पीड़ित पक्ष में कथित रूप से रही बातचीत में साफ सुनाई दे रहा है कि पीड़ित पक्ष इस रिश्वत के पैसों का इंतजाम करने के लिए अपनी जमीन बेचने के लिए आरोपी पेशकार से समय मांग रहा है।
उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग
यह वीडियो वायरल होते ही कमिश्नरी न्यायालय के अधिवक्ताओं ने कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। अधिवक्ताओं का कहना है कि मंडल स्तर के अधिकारी के ऊपर की जांच जिले स्तर के अधिकारी को सौंपी जाना न्याय के साथ एक मजाक से ज्यादा कुछ नहीं है। अधिवक्ताओं की मांग है कि आरोपी पेशकार के साथ-साथ अपर आयुक्त के खिलाफ भी इस मामले में जांच होनी चाहिए, ताकि कमिश्नरी कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार का खुलासा हो सके।
पेशकार पर हुई कार्रवाई
इस मामले में वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए और अधिवक्ताओं के विरोध को देखते हुए अपर आयुक्त अमरपाल सिंह ने आरोपी पेशकार रामगोविंद को उसके पद से हटा दिया है। मामले की जांच अपर जिलाधिकारी न्यायिक को सौंपी गई है। अपर आयुक्त अमरपाल सिंह का कहना है कि इस प्रकरण में कोई शिकायती पत्र अभी तक उन्हें प्राप्त न