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UP Vidhan Sabha: गोरखपुर में कौन गली ऐसी जहां पानी नहीं भरा, 'चल स॔न्यासी मंदिर में' गाने से कसा तंज
UP Vidhan Sabha: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन आज पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने अपने करीब एक घंटे चार मिनट के संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री को घेरने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी।
UP Vidhan Sabha: उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन आज पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने अपने करीब एक घंटे चार मिनट के संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री को घेरने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र गोरखपुर की चर्चा करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि गोरखपुर की कोई ऐसी गली बता दें जहां पानी न भरा हो। उन्होंने कहा कि नफरत, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार योगी सरकार की पहचान बन गई है। उन्होंने टमाटर की बढ़ती कीमतों को लेकर भी सरकार पर तीखे वार किए।
अपने संबोधन के दौरान अखिलेश यादव ने एक चर्चित फिल्मी गीत 'चल सन्यासी मंदिर में' का भी जिक्र किया। अखिलेश ने कहा कि हमारे एक साथी जब हमारे साथ थे तो यह गाना गाया करते थे। अब उनका खेमा बदल गया है। गाने की एक लाइन मैंने गा दी है,अब दूसरी आप गाएं।
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गोरखपुर में जलभराव को लेकर योगी को घेरा
मानसून सत्र के आखिरी दिन अखिलेश यादव का तेवर काफी आक्रामक था। गोरखपुर में हाल के दिनों में हुई बारिश के बाद जलभराव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आज गोरखपुर में हर जगह जलभराव दिख रहा है। हर गली में इतना पानी भरा हुआ है कि लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। गोरखपुर के कोई ऐसी गली बता दें जहां जलभराव न हुआ हो।
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नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब मुख्यमंत्री अपने क्षेत्र मैं ही जलभराव को ठीक नहीं कर पा रहे हैं तो अन्य इलाकों की बदतर हालत अपने आप समझी जा सकती है। अखिलेश ने कहा कि आप साढ़े छह साल से प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर बैठे हैं मगर आप अभी तक अपने क्षेत्र के जलभराव की समस्या को ही नहीं सुलझा पाए।
उन्होंने सवाल किया कि आज मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम, फ्रेट कॉरिडोर,ये सब कहां है। अगर आपने यह सबकुछ बनाया है तो फिर ये गोरखपुर से क्यों नहीं जा रहे हैं। सच्चाई तो यह है कि यह सबकुछ काम पिछली सरकारों के दौरान किया गया था।
सरकार टमाटर की दुकान लगाने पर हुई मजबूर
नेता प्रतिपक्ष ने महंगाई के मुद्दे पर भी योगी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि टमाटर की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है और यह आम लोगों की पहुंच से बाहर हो गया है। हालत यह हो गई है कि तीन ट्रिलियन की इकोनॉमी का दावा करने वाली सरकार आज टमाटर के ठेले लगवाने पर मजबूर हो गई है। सपा की ओर से वाराणसी में टमाटर की दुकान लगाए जाने के बाद सरकार की चेतना जागी और अब सरकारी दुकान लगाकर टमाटर की बिक्री की जा रही है।
सरकार को यह बात बतानी चाहिए कि आखिरकार क्यों वह टमाटर की दुकान लगाने पर मजबूर हुई है। अखिलेश ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि महंगाई, नफरत, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार योगी सरकार की पहचान बन गई है। सपा मुखिया ने कहा कि आप कह रहे हैं कि आपने चावल एक्सपोर्ट किया है। लग रहा है दिल्ली और लखनऊ वाले इंजन आपस में ही टकरा रहे हैं।
आवारा पशुओं और जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया
अखिलेश यादव ने आवारा पशुओं की समस्या और जातीय जनगणना के मुद्दे पर भी योगी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि बीजेपी को यह स्पष्ट तौर पर बताना चाहिए कि वह जातीय जनगणना कराएगी या नहीं। जब बीजेपी सत्ता में नहीं होती है तो वह जातीय जनगणना की चर्चा करने लगती है। अखिलेश यादव ने कहा कि कभी गुलदार तो कभी टाइगर तो कभी आवारा सांड की वजह से लोगों की जा जा रही है।
सांड का जिक्र आते ही नेता सदन हंसने लगते हैं। हालात यह हो गई है कि टाइगर खेतों में घूम रहे हैं। प्रदेश में कौन सा ऐसा जिला है जहां सांड की वजह से लोगों की जान नहीं गई? उन्होंने कहा कि आप लॉयन सफारी नहीं बना पा रहे हो तो कम से कम सांड सफारी तो बना लो।
किसानों को फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा
उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही जाती है मगर नेता सदन को बताना चाहिए कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कोई नई मंडी बनाई है या नहीं। नई मंडी बनाने की बात तो दूर,यह सरकार किसानों को फसल का उचित दाम तक नहीं दे पा रही है। अखिलेश ने अपने भाषण के दौरान मेरठ में हुई कारोबारी की हत्या का जिक्र करते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठाए।
चल स॔न्यासी मंदिर में गाने का किया जिक्र
सपा मुखिया के भाषण का एक दिलचस्प पहलू एक फिल्मी गाने का जिक्र करना था। उन्होंने ओमप्रकाश राजभर पर तंज कसते हुए चर्चित फिल्मी गीत 'चल स॔न्यासी मंदिर में' का जिक्र किया। अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे एक साथी जब यह हमारे साथ थे तो यह गाना गाया करते थे चल स॔न्यासी मंदिर में। अब उनका खेमा बदल गया है। अब इस गाने की एक लाइन मैंने का दी है। दूसरी आप गाएं।
इस पर जवाब देते हुए राजभर ने तुरंत कहा कि मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है। इस पर अखिलेश भी पलटवार करने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि नेता सदन ने यह गाना इनके सामने गाया था कि मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है। सियासी जानकारों का मानना है कि अखिलेश का आज का तेवर काफी आक्रामक था और उन्होंने विभिन्न मुद्दों को लेकर योगी सरकार को घेरने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी।