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विद्या भारतीः वैदिक संस्कृति को आगे बढ़ाया, एल. वेंकटेश्वर लू ने कही ये बात
शिक्षा के बिना मानव जीवन में समस्याओं से मुक्ति मिलना संभव नहीं है। हमारी वैदिक संस्कृति को मूल आधार बनाकर और तकनीक का समन्वय करके विद्या भारती जो शिक्षण कार्यक्रम का संचालन कर रही है, वह काफी अनुकरणीय है।
लखनऊः दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, लखनऊ के महानिदेशक एल. वेंकटेश्वर लू ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आनुषांगिक संगठन विद्या भारती के मूल मंत्र 'सा विद्या या विमुक्तये' का उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षा के बिना मानव जीवन में समस्याओं से मुक्ति मिलना संभव नहीं है। हमारी वैदिक संस्कृति को मूल आधार बनाकर और तकनीक का समन्वय करके विद्या भारती जो शिक्षण कार्यक्रम का संचालन कर रही है, वह काफी अनुकरणीय है।
कोरोना काल में तकनीक का महत्व बढ़ा
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एल. वेंकटेश्वर लू शुक्रवार को लखनऊ के निराला नगर स्थित सरस्वती कुंज में प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) उच्च तकनीकी (डिजिटल) सूचना संवाद केंद्र में विद्या भारती के अवध प्रांत से आए शिक्षकों के पांच दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में तकनीक का महत्व काफी बढ़ गया है, लेकिन सवाल उठता है कि क्या तकनीकी विज्ञान समाज को परेशानियों और समस्याओं से मुक्ति दिला पाएगा? वर्तमान समय में ऋषि-मुनियों के विज्ञान और आधुनिक विज्ञान के समन्वय के बिना हमें दुखों से, समस्याओं से मुक्ति नहीं मिलने वाली है।
उन्होंने कहा कि पिछले 50 साल में मानव ने अपनी सुख-सुविधा के लिये प्रकृति को नष्ट करने का काम किया है, कोरोना इसी का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि मनुष्य ने हजारों साल में अपनी पुरानी संस्कृति को समाप्त किया किया है, लेकिन विद्या भारती जैसे संगठन इसे संरक्षित करने का काम रहे हैं। उन्होंने पीएम मोदी की महात्वाकांक्षी कर्मयोगी योजना का भी जिक्र करते हुए कहा कि हमें लोगों को कर्मयोगी बनाना है।
हमें ऐसे व्यक्ति का निर्माण करना है, जो देशहित में काम कर सके: डॉ. संजय द्विवेदी
कार्यक्रम अध्यक्ष भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली के महानिदेशक डॉ. संजय द्विवेदी ने कहा कि विद्या भारती पूरे देश में शिक्षा की अलख जगा रही है। उन्होंने कहा कि विद्या भारती ने तकनीक के माध्यम से लोगों को जोड़ने का बहुत ही सराहनीय कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि हमें व्यक्ति का निर्माण करना है, जो समाज और देशहित में काम कर सके। उन्होंने कहा कि हमारा देश संभावनाओं से भरा हुआ है। हमें पूरी दुनिया को अपने ज्ञान और कौशल से परिचित कराना है। हमारा उद्देश्य लोगों के मन को जीतना और अपने विचारों, संस्कृति को आगे बढ़ाना है।
विद्या भारती ने संस्कारयुक्त शिक्षा देने का काम किया: डॉ. जय प्रताप सिंह
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय मंत्री डॉ. जय प्रताप सिंह ने कहा कि विद्या भारती ने पूरे देश और समाज में संस्कारयुक्त शिक्षा देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में दुनिया का मुकाबला हम तभी कर पाएंगे, जब हम तकनीकी रूप से मजबूत होंगे।
उन्होंने कहा कि डिजिटल प्लेटफॉर्म को लेकर कई शंकाएं जरूर होती हैं, लेकिन इन शंकाओं को दरकिनार करते हुए हमें आगे बढ़ना है। उन्होंने नई शिक्षा नीति लेकर भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए शिक्षा सबके लिए सुलभ होने जा रही है।
विद्या प्रबोधन एप के जरिए समाज बनेगा आत्मनिर्भर: श्री सौरभ मिश्रा
विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रचार प्रमुख सौरभ मिश्रा ने एलएमएस (लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम) और विद्या प्रबोधन एप के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विद्या भारती अपने स्कूलों में सेटेलाइट के जरिए शिक्षण देने का काम कर रही थी, लेकिन कोरोना महामारी ने सब कुछ बदल दिया। विद्या भारती के अधिकारियों ने चिंतन और मंथन के बाद वर्चुअल लर्निंग के क्षेत्र में भी आगे बढ़ने का संकल्प लिया है।
उन्होंने कहा कि एलएमएस एप के जरिए छात्रों को संस्कारयुक्त और गुणवत्तापरक शिक्षा देने का काम किया जा रहा है। इसके साथ ही विद्या भारती ने सामाजिक सरोकारों को ध्यान में रखते हुए विद्या प्रबोधन एप को भी शुरू किया है। इस एप के जरिए छात्रों को घर बैठे व्यवसायिक शिक्षा मिलेगी, जिससे हमारा समाज और देश आत्म निर्भर बन सकेगा।
आने वाले समय में तकनीक के बिना प्रगति असंभव: श्री संजय सिन्हा
विशिष्ट अतिथि इकाना स्पोर्ट्स सिटी के डायरेक्टर संजय सिन्हा ने कहा कि कोरोना काल में लागू लॉकडाउन में जब सब कुछ थम गया था, तब तकनीक ने हमारे काम को काफी आसान बनाया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में तकनीक ने हमारी काफी चीजें आसान की हैं और आने वाले समय में तकनीक के बिना प्रगति असंभव है।
कार्यक्रम का संचालन भारतीय शिक्षा परिषद के सचिव दिनेश जी ने किया। आतिथियों का परिचय विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के सह प्रचार प्रमुख भास्कर दूबे जी ने कराया। इससे पहले अतिथियों को मास्क और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में एलएमएस के तकनीकी निदेशक अमिताभ बैनर्जी जी ने शिक्षकों को आनलाइन टीचिंग को और प्रभावी बनाने के लिए तकनीकी प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रदेश निरीक्षक राजेन्द्र बाबू जी, बालिका शिक्षा प्रमुख उमाशंकर जी, डॉ. शैलेश मिश्रा, रजनीश पाठक, योगेश मिश्रा और शिक्षकगण सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।