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स्कूल में बंद गोवंश को छुड़ाने गई पुलिस पर ग्रामीणों ने किया पथराव
।ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दारोगा की बाइक तोड़ दी और सिपाहियों पर हमला बोल दिया। बवाल की सूचना पाकर आधा दर्जन से अधिक थाने की फोर्स गांव के अंदर पहुंची और उसने भीड़ को तितर- बितर कर दिया। उसके बाद किसी तरह से गोवंश को छुडाया जा सका।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के किसान आवारा मवेशियों के खिलाफ अभियान चलाकर उन्हें प्राइमरी स्कूल और सीएचसी में बंद कर रहे है। कानपुर में आवारा मवेशियों को बंधक बनाने का अभियान आज उस वक्त हिंसक हो गया। जब एक प्राइमरी स्कूल में बंद मवेशियों को छुड़ाने गई पुलिस पर ग्रामीणों ने पथराव कर दिया।
ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दारोगा की बाइक तोड़ दी और सिपाहियों पर हमला बोल दिया। बवाल की सूचना पाकर आधा दर्जन से अधिक थाने की फोर्स गांव के अंदर पहुंची और उसने भीड़ को तितर- बितर कर दिया। उसके बाद किसी तरह से गोवंश को छुडाया जा सका।
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बता दे कि बिधनू थाना क्षेत्र स्थित आवास नगवा गांव में आवारा मवेशियों ने बीते कुछ दिनों से खेतों में जमकर तबाही मचा रखी है। किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। इससे नाराज ग्रामीणों ने लगभग 300 गौवंश को पकड़-पकड़ कर प्राथमिक विद्यालय में बंद कर दिया। इसके बाद स्कूल के मेन गेट पर ग्रामीणों ताला लगा दिया था। दो दिनों से बच्चे और टीचर स्कूल के अंदर नही जा पा रहे थे।
शुक्रवार को जब बिधनू पुलिस को इस बात की सूचना मिली तो कुरिया चौकी इंचार्ज चंद्रप्रकाश सिपाहियों के साथ मवेशियों को लेने लिए पहुंचे। जैसे ही पुलिस प्राइमरी स्कूल का गेट खोलने लगी तो ग्रामीणों ने विरोध किया। जब पुलिस नही मानी तो ग्रामीणों और पुलिस कर्मियों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। नाराज ग्रामीणों ने चौकी इंचार्ज चंद्र प्रकाश की बाइक तोड़ दी और पुलिस को गांव से खदेड़ दिया।
चौकी इंचार्ज ने इसकी सूचना थाने और उच्च अधिकारियों को दी। जब कई थानों की फ़ोर्स गांव में पहुंची तो ग्रामीण उग्र हो गए और पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने काफी मशक्कत करने के बाद भीड़ को वहां से भगाया। इसके बाद दो दिनों से बंद आवारा मवेशियों को छुड़ाया जा सका।
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ग्रामीण पवन कुमार के मुताबिक गाँव के अन्दर इतनी बड़ी संख्या में आवारा मवेशी है जिनकी बजह से सरसों और गेहू की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है l ये मवेशी खेतो में घुस कर पूरे खेत उजाड़ने का काम कर रहे है। इसी बजह से ग्रामीणों ने मिलकर इन्हें खदेड़ कर गाँव के ही प्राथमिक स्कूल में बंद कर दिया था l पुलिस इन जानवरों को छुड़ाने आई थी थी हमने बड़ी मुस्किल से इन्हें पकड़ा था l पुलिस सभी जानवरों को छोड़ देगी और ये जानवर फिर से तबाही मचाएगे।
हम लोग इस ठण्ड भरी रात में आवारा जानवरों से फसल बचाने के लिए पहरा दे रहे है। हमने पुलिस की इस कार्यवाई इसी लिए विरोध किया था लकिन पुलिस उल्टा हम पर हावी हो गई और मुकदमा लिखने की धमकी देने लगी।
बिधनू थानाध्यक्ष द्रविण कुमार के मुताबिक नगवा गाँव के ग्रामीणों ने स्कूल में मवेशियों को बंद किया था l चौकी इंचार्ज मवेशियों को लेने के लिए गए थे लेकिन ग्रामीण उग्र हो गए l कई थाने की पुलिस फ़ोर्स ने पहुचकर ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत करा दिया है।
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