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Vindhya Corridor: जानें विंध्य कॉरिडोर की खास बातें, 1 अगस्त को गृह मंत्री अमित शाह करेंगे शिलान्यास, CM योगी भी होंगे मौजूद

विंध्य कॉरिडोर का एक अगस्त को शिलान्यास होगा। यह शिलान्यास देश के गृहमंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिलान्यास करेंगे।

Brijendra Dubey
Report Brijendra DubeyPublished By Ashiki
Published on: 29 July 2021 3:38 PM GMT
Vindhya Corridor
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गृहमंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मीरजापुर आगमन से पहले जोर-शोर से चल रही तैयारी 

मीरजापुर: पूर्वांचल के मिर्जापुर को सजाने और संवारने का काम चल रहा है, सरकार पूर्वांचल में भी कई परियोजनाएं चला रही हैं।काशी विश्वनाथ के नगर काशी की तंग गलियों और गंगा घाटो तक श्रद्धालुओं की पहुंच आसान बनाने के लिए जहां काशी कॉरिडोर का काम उफान पर हैं। काशी विश्वनाथ की तर्ज पर अब मिर्जापुर में विंध्यवासिनी मंदिर का भव्य स्वरूप विंध्य कॉरिडोर का कार्य भी युद्ध स्तर पर चल रहा है। जिसका एक अगस्त को शिलान्यास होगा। यह शिलान्यास देश के गृहमंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिलान्यास करेंगे, जिसको लेकर जोर-शोर से तैयारी चल रही है।

पंडाल को बनाने में जर्मन हैंगर तकनीकी का उपयोग

भूमि-पूजन व शिलान्यास कार्यक्रम के लिए परिक्रमा पथ पर 40 फीट चौड़ा व 150 फिट लंबा पंडाल बनेगा। यह पंडाल कोई साधारण पंडाल नहीं है, बल्कि जर्मन हैंगर तकनीक से छावनी बनाई जा रही है। जो अंदर से आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। यह पंडाल पूरी तरह से वाटर प्रूफ और फायर प्रूफ रहेगा। इसकी तैयारी लगभग 15 दिनों से शुरू कर दी गई है। इसके लिए वाराणसी से टीम बुलाई गई है।विंध्यवासिनी मंदिर के दोनों तरफ बन रहे जर्मन हैंगर में एक तरफ भूमि पूजन होगा, तो दूसरी तरफ वीआइपी के बैठने की व्यवस्था होगी। जर्मन हैंगर के अंदर कारपेंटिंग यानि लकड़ी से सजावट भी होगी। जहां भूमि पूजन होगा, वहां 30 फीट लंबा व 30 फीट चौड़ा प्लेटफार्म बनेगा। यही नहीं, मिर्जापुर नगर के महुवरिया स्थित जीआइसी मैदान सभा का आयोजन होगा। यहां पर बनने वाला पंडाल भी वाटर प्रूफ होगा। इसके अलावा विंध्य पर्वत पर बनकर तैयार पूर्वांचल के पहले रोप-वे का भी लोकार्पण होगा। जो समाजवादी सरकार का प्रोजेक्ट होगा।


आइए जानते हैं विंध्य कारीडोर के बारे में

यह विश्व के 51 शक्तिपीठों में से एक विश्व प्रसिद्ध मां विंध्यवासीनी की नगरी तथा तीर्थस्थल का पर्यटन की दृष्टि से संजोने का काम शुरू कर दिया है। इतने वर्षो से मंदिर दर्शन करने जाने के लिए श्रद्धालुओं को अक्सर पतली-पतली गलियों से होकर जाना पड़ता है। लेकिन अब 331 करोड़ की लागत से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट विन्ध्य कॉरिडोर का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।इस ड्रीम प्रोजेक्ट में पहले चरण का काम विंध्याचल मंदिर के चारों तरफ विन्ध्य परिक्रमा पथ का निर्माण किया जाना है। जिसके तहत 50 मीटर के अंदर आने वाले 60 से अधिक मकान और दुकानों के ध्वस्तीकरण का काम लगभग पूरा हो चुका है। विंध्य कॉरिडोर प्रोजेक्ट के तहत मंदिर परिसर में जलपान केंद्र, गेस्ट हाउस, यात्री सुविधा केंद्र, म्यूजियम, आध्यात्मिक पुस्तक केंद्र, पार्क और पर्यटक स्थल का निर्माण किया जाना है।


विंध्याचल से अष्टभुजी और कालीखोह त्रिकोण परिक्रमा पथ वाले मार्गों चौड़ीकरण होगा

मिर्जापुर विंध्याचल मार्ग 6.5 किलोमीटर तक 46 फीट चौड़ा किया जाएगा। विंध्याचल से कालीखोह त्रिकोणपथ जाने वाली रोड को 1.3 किलोमीटर तक 50 फीट चौड़ा किया जाएगा। मां अष्टभुजी मंदिर का त्रिकोण यात्रा का सौंदर्यीकरण किया जायेगा। मंदिर के 50 फीट तक यह सौंदर्यीकरण होगा। बंगाली तिराहा से अमरावती रोड़ को 50 फीट तक चौड़ा किया जाएगा। विंध्याचल में पुरानी वीआईपी रोड को भी 1 किलोमीटर तक 40 से 50 फीट चौड़ा किया जाएगा। कचौड़ी गली रोड (पक्का घाट) को 35 फीट चौड़ा किया जाएगा। थाना गली रोड को 35 फीट तक चौड़ा किया जायेगा। पटेगरा नाला चौराहा से रामघाट रोड को 1.6 किलोमीटर 30 फीट तक चौड़ा किया जायेगा। बच्चा पाठक गली रोड को 25 फीट चौड़ा किया जाएगा। विंध्याचल रेलवे स्टेशन पर जाने वाली सड़क को 20 फीट चौड़ा किया जाएगा। बंगाली चौराहा से विंध्याचल रेलवे स्टेशन रोड को 20 फीट चौड़ा किया जाएगा। फतेहपुरिया गली रोड़ को 15 फीट तक चौड़ा किया जाएगा।


परिक्रमा पथ एवं 13 सड़क के निर्माण किया जायगा। विंध्याचल थाने में 2 सूट का गेस्ट हाउस का निर्माण किया जाएगा। विंध्यधाम की सुंदरता को बढ़ाने के लिए डेकोरेट लाइट व स्ट्रीट लाइट का लगवाया जाएगा। विंध्याचल से कालीखोह जाने वाली रोड को 1.3 किलोमीटर तक 50 फीट चौड़ा किया जाएगा।

Ashiki

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