Sonbhadra News: 26 साल पुराना पट्टा फर्जीवाड़ा मामला: चार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज, छानबीन शुरू

26 साल पहले हुए पट्टे में फर्जीवाड़े के आरोप में पुलिस ने राजस्व निरीक्षक सहित चार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।

Kaushlendra Pandey
Written By Kaushlendra PandeyPublished By Pallavi Srivastava
Published on: 8 July 2021 10:32 AM GMT
FIR on four including Revenue Inspector in Patta fraud
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पट्टा फर्जीवाड़े में राजस्व निरीक्षक सहित चार पर एफआईआर pic(social media)

Sonbhadra News: म्योरपुर थाना क्षेत्र के काचन गांव में 26 साल पहले हुए पट्टे में फर्जीवाड़े के आरोप में पुलिस ने राजस्व निरीक्षक सहित चार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। बृहस्पतिवार की सुबह जब इसकी जानकारी सामने आई तो राजस्व महकमे में हड़कंप मच गया। माह भर पहले यह मामला डीएम अभिषेक सिंह के संज्ञान में आया था। उन्होंने एसडीएम दुद्धी रमेश कुमार को मामले की जांच कर आख्या प्रेषित करने का निर्देश दिया था। इसके बाद एसडीएम की तरफ से राजस्व निरीक्षक रमेश कुमार, लेखपाल विनय जायसवाल, राघवेंद्र दत्त, अरुणोदय पांडेय की टीम गठित कर मामले की जांच कराई गई। जांच में पाया गया कि काचन में वर्ष 1996 में जिस चंद्रावती पुत्री तेजन के नाम पट्टा किया गया है। वह इस गांव की रहने वाली ही नहीं है। इसके बाद पखवाड़े भर पूर्व एटीएम के जरिए मामले की रिपोर्ट डीएम को प्रेषित कर दी गई वहां से मामले में विभागीय कार्रवाई और .िप.त. का निर्देश जारी किया गया।

रजिस्ट्रार कानूनगो आशाराम ने बताया कि इसके क्रम में लेखपाल विनय कुमार जायसवाल की तरफ से म्योरपुर थाने में तत्कालीन राजस्व निरीक्षक कृपाशंकर, तत्कालीन लेखपाल राजेश कुमार मिश्र, भूमि प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पवित्र देवी और कथित चंद्रावती देवी के नाम प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। लेखपाल ने भी एफआईआर दर्ज कराए जाने की पुष्टि की। उधर, एसडीएम दुद्धी रमेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच कराकर रिपोर्ट डीएम को भेजी गई थी। वहां से मिले निर्देश के बाद एफआईआर दर्ज करवाई गई है। डीएम के निर्देश पर विभागीय स्तर पर भी जांच शुरू करवा दी गई है।

Pallavi Srivastava

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