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Sonbhadra News: सपा एमएलसी को भाजपा कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए, जानिए क्या है वजह
भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आज सोनभद्र में सपा एमएलसी के खिलाफ नारेबाजी कि व काले झंडे दिखाए।
Sonbhadra News: वैक्सीनेशन पर टिप्पणी से भड़के भाजपाइयों ने मंगलवार को दुद्धी में सिविल बार एसोशिएशन शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने आए सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा को भाजप के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर विरोध जताया। एमएलसी वापस जाओ के नारे भी लगाए। इसको लेकर कुछ अधिवक्ताओं से तीखी नोकझोंक भी हुई। दो बार काले झंडे दिखाए जाने और नोकझोंक से कुछ देर के लिए स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने किसी तरह स्थिति संभाली, तब जाकर मामला शांत हुआ।
बताते दें कि कुछ दिन पूर्व एमएलसी सिन्हा ने कोरोना वैक्सीन को लेकर विवादित बयान दिया था। भाजपा के कार्यकर्ताओं का कहना था कि उन्होंने इस वैक्सीन से नपुंसकता तक फैलने की बात कह डाली थी। बताते दे कि मंगलवार को जैसे ही भाजपाइयों को दुद्धी में सिविल बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण में अतिथि के रूप में एमएलसी आशुतोष सिन्हा के आगमन की जानकारी मिली, जिला मंत्री दिलीप पांडेय और मंडल अध्यक्ष मनोज कुमार के अगुवाई में तहसील तिराहे पहुंच गए। वहां जैसे ही एमएलसी का काफिला पहुंचा, भाजपा नेता आगे आकर काले झंडे दिखाते हुए एमएलसी वापस जाओ के नारे लगाने लगे।
कुछ अधिवक्ताओं ने भाजपा के लोगों को रोकने की कोशिश की
उनकी सोच को देश के लिए बुरी बताते हुए जमकर भड़ास भी निकाली। माहौल को गरमाता देख एमएलसी का काफिला तहसील तिराहे से कचहरी न जाकर विंढमगंज की तरफ बढ़ गया। यहां के बाद भाजपा के लोग कचहरी गेट पर पहुंच गए। कुछ देर के बाद एमएलसी का काफिला वापस आकर दुद्धी मुंसिफ कोर्ट के प्रवेश द्वार के पास जैसे ही पहुंचा, भाजपाइयों ने काले झंडे दिखाते हुए विरोध प्रदर्शन और वापस जाओ के नारे लगाने शुरू कर दिए। यह देख कुछ अधिवक्ताओं ने भाजपा के लोगों को रोकने की कोशिश की तो नोकझोंक शुरू हो गई।
अधिवक्ताओं का कहना था कि एमएलसी सिन्हा बतौर मुख्य अतिथि बार एसोसिएशन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आए हैं। कचहरी गेट या परिसर में उनका अपमान अतिथि का अपमान है। पुलिस को मूक दर्शक बना देख अधिवक्ता वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से जमकर नाराजगी जताई और भाजपाइयों के विरोध प्रदर्शन को शह देने का आरोप लगाया। इसके बाद अधिवक्ताओं की भाजपा नेताओं से तकरार शुरू हो गई। मामले को तूल पकड़ता देख प्रभारी निरीक्षक पंकज सिंह आगे आए और प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया, तब मामला शांत हुआ। इसको लेकर पूरे जिले में चर्चा बनी रही।