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Sonbhadra News: टैंकर और ट्रेलर की भिड़ंत में 6 लोग घायल, 4 की हालत गंभीर
टैंकर-ट्रेलर के जोरदार टक्कर में छह लोग गंभीर रुप से घायल हो गए हैं, जिसमें दो की हालत नाजुक बताई जा रही है।
Sonbhadra News: अनपरा थाना क्षेत्र के बैरपान गांव के समीप वाराणसी-शक्तिनगर राजमार्ग स्थित धनखड़ मोड़ पर रविवार की दोपहर टैंकर और ट्रेलर में सीधी टक्कर हो गई। इससे जहां दोनों वाहनों के आगे के हिस्से के परखचे उड़ गए। वहीं दोनों वाहनों के चालक सहित छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हाइवे पर दर्दनाक हादसा होने के बाद हड़कंप मच गया। इसके चलते करीब आधे घंटे तक आवागमन भी प्रभावित रहा ।
मौके पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी के जरिए दोनों वाहनों का केबिन तोड़कर उसमें फंसे घायलों को बाहर निकाला और डिबुलगंज स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय पहुंचाया। वहां चार की हालत नाजुक पाते हुए प्राथमिक उपचार के बाद अन्यत्र के लिए रेफर कर दिया गया। बताया गया कि मुगलसराय स्थित इंडियन ऑयल के डिपो से एक टैंकर तेल लेकर एनसीएल के मध्य प्रदेश स्थित जयंत डिपो के लिए तेल लेकर जा रहा था। वही अनपरा की तरफ से एनसीएल की खड़िया परियोजना से कोयला लेकर ट्रेलर रेणुकूट स्थित एक फैक्ट्री के लिए जा रहा था।
दोनों वाहनों के केबिन के परखच्चे उड़ गए
दोनों वाहन जैसे ही बैरपान गांव के पास घुमावदार धनखड़ मोड़ पर पहुंचे, गति तेज होने के कारण दोनों वाहनों की सीधी टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों वाहनों के केबिन वाले हिस्से के परखच्चे उड़ गए। इसके चलते जहां हाइवे पर करीब आधे घंटे तक आवागमन प्रभावित होने की स्थिति बन गई। वहीं दोनों वाहनों के चालक सहित उसमें सवार लोग केबिन में ही फंसकर छटपटाने लगे। रास्ते से गुजर रहे लोगों ने तत्काल मामले की जानकारी पुलिस को दी।
जेसीबी की मदद से केबिन में फंसे घायलों को बाहर निकलवाया
मौके पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी की मदद से केबिन में फंसे घायलों को बाहर निकलवाया। इसके बाद सभी को डिबुलगंज स्थित चिकित्सालय भेजा गया। वहां डॉक्टर वीके सिंह की अगुवाई वाली टीम ने सभी का उपचार शुरू किया। बताया गया कि छह घायलों में चार की हालत ज्यादा नाजुक है, जिन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है। वहीं सुगवंती 35 वर्ष और अजय 21 वर्ष का उपचार जारी है।
अजय मुगलसराय से टैंकर लेकर आ रहा था। वहीं सुगवंती अपने दामाद के साथ ट्रेलर से रेणुकूट की तरफ जा रही थी। डॉ वीके सिंह के मुताबिक चार घायलों की हालत अत्यधिक नाजुक होने के कारण उनका नाम पता नहीं मालूम हो सका। सभी को जिला अस्पताल उपचार के लिए भिजवाया गया है। बता दें कि धनखड़ मोड़ पर पूर्व में भी गंभीर हादसे हो चुके हैं। चूंकि यहां कोई चेतावनी संकेत नहीं लगा हुआ है।
जंगल के बीच से होकर एवं सुनसान रास्ता होने के कारण चालक भी वाहन तेज गति से दौड़ाते हैं। बड़े वाहनों के लिए 40 किमी गति सीमा निर्धारित होने के बावजूद, उनके गति पर नियंत्रण के लिए कोई व्यवस्था भी प्रभावी नहीं है। यही कारण है कि टैंकर और ट्रक सरीखे वाहनों की बेलगाम रफ्तार प्रतिवर्ष कई लोगों की जिंदगी खत्म करने का सबब बनती रहती है।