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Sonbhadra Snake Bite News: सर्पदंश से 24 घंटे में चार मौतें, अस्पतालों में एंटी वेनम की कमी ने बढ़ाई चिंता

सोनभद्र में सर्पदंश के कारण 24 घंटे के भीतर पिता के साथ चारपाई पर सो रहे किशोर और मां की गोद में सोई डेढ़ वर्षीय मासूम सहित चार की मौत ने हड़कंप मचा दिया। ऊपर से अस्पतालों में एंटी वेनम की कमी ने बढ़ाई चिंता।

Kaushlendra Pandey
Published on: 30 July 2021 4:49 AM GMT
Four deaths in 24 hours due to snakebite in Sonbhadra
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सोनभद्र में सर्पदंश से 24 घंटे में चार मौतें: कांसेप्ट इमेज- सोशल मीडिया


Sonbhadra Snake Bite News: दुनिया के सबसे जहरीले सांपों का बसेरा बने सोनभद्र में सर्पदंश लगातार कहर ढा रहा है। 24 घंटे के भीतर पिता के साथ चारपाई पर सो रहे किशोर और मां की गोद में सोई डेढ़ वर्षीय मासूम सहित चार की मौत में हड़कंप मचा दिया। मौजूदा वित्तीय वर्ष में अब तक 40 से अधिक मौत ने इस वर्ष के आपदाजनित मौतों के सभी आंकड़ों को पीछे छोड़ दिया है। वही दुद्धी सीएचसी सहित अन्य उपचार केंद्रों पर एंटी स्नेक वेनम के टोटे की बनी स्थिति ने लोगों की नींद उड़ा दी है।

पहली घटना चोपन थाना क्षेत्र के मीतापुर गांव की है। यहां के टुन्नू केवट बुधवार की रात अपने 13 वर्षीय पुत्र राजू केवट के साथ बरामदे में चारपाई पर सोए हुए थे। रात लगभग एक बजे ज़हरीले सर्प ने अचानक सोए हुए राजू के पैर में दंश मार दिया। कुछ देर मे ही उसकी तबीयत काफी खराब हो गई। परिवार के लोग उसे अस्पताल ले जाने की तैयारी में जुटे हुए थे तभी उसकी मौत हो गई। गुरुवार को पिता टुन्नू केवट ने इसकी जानकारी चोपन पुलिस को दी।

महिला की अस्पताल जाते समय मौत

दूसरी घटना दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के बघाड़ू गांव की है। यहां की 27 वर्षीय फुलकुमारी पत्नी अमरलाल गुरुवार को घर का कामकाज निबटा रही थीं। तभी घर में छिपे किसी विषैले सर्प ने उनकी उंगली में डस लिया। आनन-फानन में परिवार के लोग उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने ऐंटी स्नेक वेमन न होने की बात कहते हुए जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। रास्ते में जिला अस्पताल जाते समय उसकी मौत हो गई। बता दें कि इससे पहले भी ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने एंटी स्नेक वेनम न होने की बात कहते हुए सर्पदंश की चपेट में आए मौलाना को जिला अस्पताल रेफर कर दिया था। रास्ते में उनकी भी मौत हो गई है। उन्हें चारपाई पर सोते ही तकिए के नीचे छिपे सर्प ने गर्दन में डस लिया था।

तीसरी घटना दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के टेढ़ा गांव की है। यहां की रीता देवी भी घरेलू कामकाज निबटा रहीं थी। उसी समय सर्पदंश की चपेट में आ गईं। उन्हें भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से एंटी स्नेक वेनम के टोटे का हवाला देते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। समाचार दिए जाने तक उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी।

चौथी घटना रायपुर थाना क्षेत्र के रइया गांव की है। यहां के वंश नारायण (70) भी सर्पदंश की चपेटे में आ गए। बुधवार को पूरे दिन परिवार के लोग उनकी झाड़-फूंक कराते रहे। देर शाम उनकी मौत हो गई। सूचना पर गुरुवार को पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया।

पांचवीं और सबसे हृदयविदारक घटना कोन थाना क्षेत्र के चांचीकला गांव में हुई। रात में राकेश गुप्ता की पत्नी डेढ़ वर्षीय पुत्री को अपनी गोद में लेकर चारपाई पर सो रहीं थी। उसी दौरान विषैला सर्प किसी तरह चारपाई पर चढ़कर मां की गोंद में सो रही मासूम को डस लिया। उसके चिल्लाने पर मां की नींद खुली तो चारपाई पर सर्प देख सन्न रह गई। उपचार के लिए ले जाते समय उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम कराया।

सर्पदंश से 40 से अधिक की मौत

बता दें कि अप्रैल से अब तक जिले में सर्पदंश से 40 से अधिक की मौत हो चुकी है। जबकि इस अवधि में आकाशीय बिजली से मरने वालों की संख्या 25 और अचानक से डूबकर हुई मौतों का आंकड़ा भी 25 के आसपास ही है। लोगों की बातों पर यकीन करें तो एंटी स्नेक वेनम का टोटा पूरे जिले में बना हुआ है। पूछे जाने पर जिम्मेदार पर्याप्त स्टाक का दावा करते हैं लेकिन जब मरीज के लिए उसके उपलब्धता की दिक्कत आती है तो बगले झांकने लगते हैं। हालात इस कदर खराब हो चले हैं कि महज दुद्धी क्षेत्र में ही एंटी स्नेक वेनम के अभाव में चार दिन में तीन की सांस थम चुकी है। झाड़-फूंक सर्पदंश वालों की जान ले रही है, सो अलग।

Shashi kant gautam

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