UP Election 2022: सोनभद्र में टिकट की दौड़ में कांग्रेस सबसे आगे, ओबरा से जिलाध्यक्ष रामराज को दिया टिकट

Congress Candidate List 2022 UP: कांग्रेस की ओर से 25 उम्मीदवारों की जारी पहली लिस्ट में रामराज को ओबरा से टिकट दिया गया है। रामराज उभ्भा कांड के बाद पुलिस घेराबंदी तोड़कर प्रियंका से मुलाकात करके सुर्खियों में आए थे।

Kaushlendra Pandey
Report Kaushlendra PandeyPublished By Shreya
Published on: 13 Jan 2022 9:30 AM GMT
UP Election 2022: सोनभद्र में टिकट की दौड़ में कांग्रेस सबसे आगे, ओबरा से जिलाध्यक्ष रामराज को दिया टिकट
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(फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Congress Candidate List 2022 UP: जुलाई 2019 में घोरावल (Ghorawal) क्षेत्र के उभ्भा में हुए खूनी संघर्ष के मसले को आदिवासी उत्पीड़न से जोड़कर राष्ट्रीय स्तर पर उठाने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) ने एक बार फिर से सोनभद्र (Sonbhadra) में इस कार्ड को खेला है। विधानसभा चुनाव (UP Vidhan Sabha Chunaav) के लिए 125 उम्मीदवारों की जारी पहली लिस्ट (Congress First Candidate List) में, उभ्भा कांड के बाद पुलिस घेराबंदी तोड़कर प्रियंका से मुलाकात करने वाले रामराज (Ramraj Gond) को ओबरा से टिकट दिया गया है। इसके साथ ही जहां जिले की सियासत एक बार फिर से गरमा गई है।

वहीं राज्य मंत्री संजीव गौड़ (Sanjeev Gaur) के विधायकी वाली सीट पर कांग्रेस के मास्टर स्ट्रोक (Congress Master Stroke) ने भाजपा के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। जिले में चारों विधानसभा सीटों पर चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ी हुई है। तीन पर भाजपा और एक पर उसके सहयोगी दल अपना दल एस (Apna Dal (S)) का कब्जा है। 2022 के चुनाव में क्या समीकरण होगा? टिकट को लेकर क्या तस्वीर बनेगी? अभी भाजपा की तरफ से स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। मुख्य विपक्षी दल बसपा और सपा की तरफ से भी सोनभद्र के सीटों को लेकर पत्ते नहीं खोले गए हैं। वहीं कांग्रेस की तरफ से जारी की गई पहली लिस्ट में ओबरा विधानसभा (Obra Vidhan Sabha Seat) 402 से विधायकी के चुनाव के लिए पहला टिकट घोषित कर दिया गया है।

रामराज गोंड़ (Ramraj Gond) वर्तमान में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में भी भाजपा, सपा और बसपा ने गोंड़ बिरादरी का ही प्रत्याशी इस सीट पर उतारा था। सपा से गठबंधन होने के कारण कांग्रेस ने इस सीट पर चुनाव नहीं लड़ा था। इस बार भी जहां भाजपा और सपा की तरफ से गोंड़ बिरादरी के व्यक्ति को ही ओबरा सीट (Obra Assembly Seat) से उम्मीदवार बनाए जाने के संकेत सामने आ रहे हैं। वहीं कांग्रेस की तरफ से भी इसी बिरादरी के तथा उभ्भा कांड के पीड़ितों की अगुवाई करने वाले रामराज गोंड़ को ओबरा सीट से चुनावी मैदान में उतारकर भाजपा के साथ ही सपा और बसपा के सामने भी बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

प्रियंका से मुलाकात के बाद रामराज आए थे चर्चा में

रामराज गोंड़ कांग्रेस से जुड़ने के पहले भाजपा के एक बूथ स्तरीय कार्यकर्ता थे। उभ्भा कांड के बाद पीड़ितों से मिलने आ रही कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को प्रशासन ने मिर्जापुर में ही रोक दिया था। इसके बाद वह दो दिन चुनारगढ़ स्थित स्थित गेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं के साथ रुकी थीं। उस समय पुलिस और प्रशासन ने उभ्भा में लोगों की आवाजाही पर भी पाबंदी लगा रखी थी लेकिन इस घेरेबंदी को तोड़ रामराज कई पीड़ितों को लेकर जंगल के रास्ते चुनार पहुंच गए थे।

वहां प्रियंका से हुई मुलाकात के बाद जहां उनका नाम तेजी से चर्चा में आया। वहीं प्रियंका ने उभ्भा कांड को लेकर भाजपा को लगातार घेरने के साथ ही आदिवासी कार्ड खेलते हुए रामराज को जिले की कमान सौंप दी थी। अब रामराज को विधायक का चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें जिले में भाजपा के लिए सबसे अधिक सुरक्षित समझे जाने वाली ओबरा सीट से मैदान में उतारा गया है। यह दांव कांग्रेस के लिए कितना फायदेमंद साबित होगा? यह तो चुनाव का परिणाम बताएगा लेकिन प्रियंका की तरफ से लगाए गए इस मास्टर स्ट्रोक ने, जहां जिले का अचानक से चुनावी पारा और कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा दिया है। वहीं भाजपा सपा और बसपा तीनों दलों के सामने कांग्रेस को हल्के में न लेने की चुनौती भी दे डाली है।

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Shreya

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