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Sonbhadra News: ठेकेदारी को लेकर वर्चस्व की जंग, गड़बड़ी का मामला आया समाने तो डीएम ने जांच के दिए निर्देश
Sonbhadra News: ठेका आवंटन और पूर्व में कराए गए कार्यों तथा भुगतान में कथित गड़बड़ी को लेकर चतरा ब्लॉक एक पखवाड़े से आपसी खींचतान और एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का अखाड़ा बना हुआ है। प्रमुख के करीबियों पर जहां अकाउंटेंट कक्ष में ताला जड़ने के आरोप लग चुके हैं।
Sonbhadra News: सोनभद्र (Sonbhadra) के चतरा ब्लॉक (Chatra Block) में क्षेत्र पंचायत के कार्यों की ठेकेदारी में वर्चस्व को लेकर चल रही कथित जंग का मामला जिला प्रशासन तक पहुंच गया है। ठेका आवंटन- भुगतान में गड़बड़ी को लेकर जहां जांच शुरू हो गई है। वहीं, बगैर फाइल तैयार हुए ही कथित भुगतान कराने के आरोप ने चतरा ब्लॉक में हड़कंप की स्थिति पैदा कर दी है। हालांकि जांच कब तक पूरी होगी? इसका क्या निष्कर्ष निकलेगा? इसको लेकर भी तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है।
ठेका आवंटन और पूर्व में कराए गए कार्यों तथा भुगतान में कथित गड़बड़ी को लेकर चतरा ब्लॉक एक पखवाड़े से आपसी खींचतान और एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का अखाड़ा बना हुआ है। प्रमुख के करीबियों पर जहां अकाउंटेंट कक्ष में ताला जड़ने के आरोप लग चुके हैं।
वही ब्लॉक कर्मियों की तरफ से कार्य बहिष्कार तथा प्रमुख के समर्थकों की तरफ से गड़बड़ी के जांच की मांग को लेकर ब्लॉक पर धरना प्रदर्शन कर भी आवाज उठाई जा चुकी है। आरोपों के घेरे में आ रहा पक्ष जहां प्रमुख समर्थकों पर, प्रमुख के करीबियों को ठेका दिए जाने के लिए दबाव लगाने का आरोप लगा रहा है।
वहीं, प्रमुख प्रतिनिधि की तरफ से कथित गड़बड़ियों को लेकर अधिकारियों से शिकायत भी की गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त एनआरएलएम अरुण कुमार जौहरी से जांच शुरू करा दी गई है। कहा जा रहा है कि चतरा ब्लॉक में कई ऐसे कार्य किए गए हैं जो वजूद में है ही नहीं।
बगैर फाइल तैयार किए ही अकाउंट विभाग की तरफ से भुगतान किए जाने के भी आरोप लगाए जा रहे हैं। सेलफोन पर हुई वार्ता में प्रमुख प्रतिनिधि धीरेंद्र सिंह कहते हैं कि एक नहीं कई गड़बड़ियां की गई हैं। ऐसी-ऐसी फाइलें हैं जिस पर प्रमुख को हस्ताक्षर करने से भी डर लगने लगा है।
उन पर बगैर फाइल तैयार किए ही भुगतान कराने के लिए दबाव भी डाला जा चुका है। जब उन्होंने एतराज किया तो उन पर दूसरे तरीकों से दबाव बनाया जाने लगा। इसको लेकर जब उन्होंने बीडीओ और अकाउंटेंट से जानकारी मांगी तो किसी द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं दिया जा सका। तब उन्होंने अधिकारियों को स्थिति से अवगत कराया। खंड विकास अधिकारी चतरा शुभम बरनवाल का कहना था कि जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं। उसके बाबत वह जांच अधिकारी को जरूरी जानकारी दे चुके हैं।
रही बगैर फाइल तैयार कराए भुगतान या फाइल तैयार होने से पूर्व ही भुगतान की बात तो वह ट्रेनिंग से लौटने के बाद इसकी जांच करेंगे। वहीं जांच कर रहे उपायुक्त एनआरएलएम अरुण कुमार जौहरी का कहना था कि जांच चल रही है। संबंधित पक्षों से जरूरी जानकारियां ली गई हैं। जल्द ही जांच पूरी कर ली जाएगी। जांच कब तक पूरी होने की उम्मीद है इस पर उनका कहना था कि जब तक जांच पूरी नहीं कर लेते, तब तक इस बारे में कुछ कहना ठीक नहीं रहेगा।