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Sonbhadra News: रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची बिजली की मांग, अनपरा की सातवीं इकाई और NTPC सिंगरौली बंद इकाईयों का उत्पादन शुरू

Sonbhadra News: सोनभद्र में राज्य सेक्टर की प्रदेश की सबसे बड़ी परियोजना अनपरा की लगभग 21 माह से बंद चल रही 500 मेगावाट वाली सातवीं इकाई बुधवार की रात उत्पादन पर ले ली गई।

Kaushlendra Pandey
Published on: 19 Aug 2021 1:49 PM IST
Sonbhadra News
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विद्युत इकाई (डिजाइन फोटो:न्यूज़ट्रैक)

Sonbhadra News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सोनभद्र (Sonbhadra) जिले में राज्य सेक्टर की प्रदेश की सबसे बड़ी परियोजना अनपरा की लगभग 21 माह से बंद चल रही 500 मेगावाट वाली सातवीं इकाई बुधवार की रात उत्पादन पर ले ली गई। उधर शक्तिनगर स्थित एनटीपीसी सिंगरौली की भी एक माह से अधिक समय से बंद पड़ी 500 मेगावाट वाली इकाई उत्पादन पर आ गई है। इससे राज्य के पावर सेक्टर को विद्युत उपलब्धता में बड़ी राहत मिली लेकिन बुधवार की रात भारी उमस के चलते बिजली की मांग रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।

इसके चलते पीक आवर में आपात कटौती के जरिए 1000 मेगावाट से अधिक बिजली की कमी का गैप पूरा किया गया। वहीं सामान्य समय में लगभग 400 मेगावाट बिजली की कमी बनी रही। बता दें कि टरबाइन में ब्लास्ट के चलते 20 माह से भी ज्यादा समय से अनपरा परियोजना की 500 मेगावाट वाली सातवीं इकाई बंद चल रही थी।

विद्युत इकाई की तस्वीर

पिछले दिनों अनपरा के दौरे पर आए राज्य उत्पादन निगम के प्रबंध निदेशक ने अभियंताओं के साथ बैठक कर इकाई को स्विच उत्पादन पर लाने का निर्देश दिया था उनके आने के दो दिन बाद इकाई कुछ घंटे के लिए उत्पादन पर आई हुई थी लेकिन टरबाइन में कंपन के चलते फिर से इकाई बंद कर दी गई।

15 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद इकाई के उत्पादन की शुरूआत हुई

लगभग 15 दिन की कड़ी मेहनत के बाद बुधवार की रात इस इकाई को उत्पादन पर लेने में सफलता मिल गई। बृहस्पतिवार की सुबह से इस इकाई से बेहतर उत्पादन भी शुरू हो गया। उधर नार्दन लोड डिस्पैच सेंटर से मिली जानकारी के मुताबिक एनटीपीसी सिंगरौली की जुलाई से बंद चल रही 500 मेगावाट की एक इकाई बुधवार को उत्पादन पर लेने में सफलता मिल गई।

देर रात पूरी क्षमता से उत्पादन शुरू

देर रात उससे पूरी क्षमता से उत्पादन भी शुरू हो गया। इसके चलते पीक आवर में 2000 मेगावाट वाली एनटीपीसी सिंगरौली से उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों को कुल 1700 से 1800 मेगावाट बिजली मिलती रही। एनटीपीसी रिहंद की दो दिन पूर्व अगलगी की घटना के कारण बंद हुई 500 मेगावाट वाली दूसरी इकाई से भी बृहस्पतिवार की रात तक पूरी क्षमता से उत्पादन शुरू हो जाने का दावा किया जा रहा है।

उधर, अनपरा परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि 500 मेगावाट वाली सातवीं इकाई को सफलतापूर्वक बुधवार की रात 8:00 बजे से उत्पादन पर लिया जा चुका है और उससे लगभग पूरी क्षमता से उत्पादन जारी है।


1130 मेगावाट की हुई आपात कटौती

अनपरा और एनटीपीसी सिंगरौली की कुल 1000 मेगावाट की इकाई उत्पादन पर आ गई। बावजूद बुधवार की रात करीब 10:30 बजे बिजली की मांग 24372 मेगावाट पहुंचने के कारण मांग और आपूर्ति में संतुलन बनाए रखने के लिए सिस्टम कंट्रोल को 1130 मेगावाट की आपात कटौती करानी पड़ी। भोर में मांग कम होने के बावजूद 360 मेगावाट की कटौती बनी रही। इसके चलते सोनभद्र सहित उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों में थोड़े-थोड़े समय के लिए आपात कटौती का क्रम बना रहा।

न्यूनतम मांग ने भी बृहस्पतिवार की सुबह उच्चतम स्तर का नया रिकॉर्ड बनाया। सुबह लगभग 7:30 बजे न्यूनतम मांग 16351 मेगावाट रिकॉर्ड की गई जो इस वर्ष का अब तक का न्यूनतम मांग के मामले में सर्वाधिक उच्चतम आंकड़ा है।





860 फुट के करीब पहुंचा रिहंद डैम का जलस्तर

कोयला एवं बिजली परियोजनाओं में पानी की जरूरत पूरी करने के साथ ही ओबरा बांध और बिहार के इंद्रपुरी बैराज के बेहतर जल स्तर को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले रिहंद जलाशय का जलस्तर 860 मेगावाट के करीब पहुंच गया है। कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक बृहस्पतिवार की सुबह जल स्तर 859.6 दर्ज किया गया। यह पिछले वर्ष के मुकाबले डेढ़ फुट अधिक है।



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Divyanshu Rao

Divyanshu Rao

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