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Sonbhadra News: मकरा में हर पांचवां मलेरिया पीड़ित, स्कूली बच्चों में भी मलेरिया
Sonbhadra News: मलेरिया (sonbhadra mein malaria bukhar) टेस्टिंग में शुक्रवार को भी हर पांचवें व्यक्ति को मलेरिया पीड़ित पाए जाने का सिलसिला बना रहा।
Sonbhadra news: म्योरपुर ब्लाक के मकरा में प्रदूषित पानी और मलेरिया के चलते हुई मौतों को लेकर सत्ता पक्ष की तरफ से भी स्वास्थ्य महकमे पर निशाना साधा जाने लगा है। एक तरफ जहां टेस्टिंग में मकरा ग्राम पंचायत का प्रत्येक पांचवे व्यक्ति के मलेरिया पीड़ित मिलने का क्रम जारी है। वहीं शुक्रवार को स्कूली बच्चों की टेस्टिंग मंो भी मलेरिया की पुष्टि ने हड़कंप मचाकर रख दिया।
वहीं भाजपा के सहयोगी दल अपना दल एस के दुद्धी विधायक हरिराम चेरो ने मौतों के लिए सीधे-सीधे स्वास्थ्य महकमे को जिम्मेदार ठहरा डाला। उन्होंने इस मामले के साथ ही अन्य मामलों को लेकर जहां सीएमओ पर कई संगीन आरोप लगाए। वहीं मौतों के लिए संबंधितों की जिम्मेदारी तय करते हुए दंडात्मक कार्रवाई की मांग भी कर डाली। मकरा में अब तक जहां 34 की मौत हो चुकी है। वहीं कई लोग उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं। शुक्रवार को भी दो व्यक्तियों की हालत काफी गंभीर हो गई। उसमें एक को जिला अस्पताल और एक को अनपरा के पास डिबुलगंज स्थित संयुक्त चिकित्सालय भेजा गया।
मलेरिया टेस्टिंग में शुक्रवार को भी हर पांचवें व्यक्ति को मलेरिया पीड़ित पाए जाने का सिलसिला बना रहा। इस दिन 36 बुखार पीड़ितों की मलेरिया टेस्टिंग की गई। उसमें 20 स्कूली बच्चे शामिल रहे। 16 में जहां पांच ग्रामीण मलेरिया पाजिटिव मिले। वहीं तीन स्कूली बच्चों को भी मलेरिया से पीड़ित पाया गया। सभी को उपचार के लिए मकरा स्थित हेल्थ कैंप ले जाया गया।
उधर दुद्धी विधायक हरिराम चेरो ने मौतों के लिए मलेरिया के रोकथाम को लेकर बरती गई लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। इसके लिए सीएमओ को जवाबदेह बताते हुए कहा कि यह जानते हुए भी कि सोनभद्र मलेरिया का डेंजर जोन है। बावजूद जिस समय फील्ड में रहकर मलेरिया के रोकथाम के लिए किए जाने वाले कार्यों की स्थिति जाने चाहिए थी मच्छर रोधी दवाओं का छिड़काव साफ सफाई होना चाहिए था। उस समय अफसर दफ्तर में जमे रहे। सीएमओ पर उन्होंने भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया।
जिला प्रशासन से मांग की कि मकरा में होने वाली मौतों के लिए जिम्मेदारों की जवाबदेही तय की जाए और जो लोग इसके लिए जवाब देह हैं। उनके खिलाफ विभागीय दंडात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाए। बता दें कि इस मसले पर कांग्रेस सपा और ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट पहले से ही हमलावर हैं।