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Sonbhadra News: मजदूरों ने ओबरा सी के कामकाज को किया ठप, मार्च से वेतन नहीं मिलने का लगाया आरोप
मजदूरों के हड़ताल के बाद ओबरा सी परियोजना में काम रूका हुआ है। मजदूर वेतन भुगतान को लेकर अड़े हुए हैं।
Sonbhadra News: 1320 मेगावाट क्षमता वाली ओबरा सी परियोजना के निर्माण कार्य में लगे मजदूरों के वेतन भुगतान को लेकर पिछले कई दिनों से जारी गतिरोध गंभीर रूख अख्तियार करने लगा है। लगभग 15 दिन से आंदोलित सैकडों मजदूर बार-बार के आश्वासन से तंग आकर मंगलवार को प्रदर्शन पर उतर आए। थाना गेट के पास प्रदर्शन करते हुए परियोजना गेट से होने वाली आवाजाही ठप कर दी।
इससे निर्माणाधीन ओबरा सी का कार्य मंगलवार को पूरे दिन करीब-करीब ठप रहा। मजदूरों ने कार्य करवा रही कंपनी का पुतला लहराते हुए दुसान कंपनी भारत छोड़ो.. के नारे भी लगाए। सूचना मिलने पर पहुंचे अपर श्रमायुक्त सरजू राम और तहसीलदार सुनील कुमार ने कोरियन कंपनी के अधिकारियों और मजदूरों के बीच वार्ता करा कर कार्य बहिष्कार समाप्त कराने का प्रयास किया लेकिन मजदूरों ने भुगतान मिलने के बाद ही काम पर लौटने की बात कही।
बकाया भुगतना को लेकर आंदोलित हैं मजदूर
कोरियन कंपनी के साथ निर्माण कार्य में लगी सांगा इरेक्टर्स और सिंगरौली इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और उससे जुड़े मजदूरों के बीच बकाया भुगतान को लेकर पिछले एक माह से विवाद की स्थिति बनी हुई है। नाराज मजदूरों ने पिछले माह भी इसको लेकर खासा हंगामा किया था। उस समय प्रशासन और श्रम विभाग के लोगों ने हस्तक्षेप कर एक सप्ताह के भीतर बकाया भुगतान का आश्वासन दिलाया था लेकिन भुगतान नहीं मिला।
इससे खफा मजदूर मंगलवार को फिर से कार्य बहिष्कार कर थाना गेट से परियोजना में होने वाली आवाजाही पूरी तरह से ठप कर दी। गेट पर जाम लगाकर घंटों हंगामा किया। इसके चलते दूसरे कंपनी के भी मजदूर परियोजना कैंपस में प्रवेश नहीं कर पाए। इस कारण मंगलवार को पूरे दिन ओबरा सी का का ठप पड़ा रहा। कंपनी का पुतला लहराकर मजदूर देर तक नारेबाजी करते रहे। मजदूरों का कहना था कि गत मार्च से अब तक उन्हें भुगतान के नाम पर एक फूटी कौड़ी नहीं मिली है। इससे उनके और उनके परिवार के समक्ष फाकाकशी की नौबत आ गई है।
बिना भुगतना के मजदूर काम पर लौटने को तैयार नहीं
प्रदर्शन की जानकारी पाठक दोपहर एक बजे के करीब पहुंचे अपर श्रमायुक्त सरजू राम और तहसीलदार सुनील कुमार ने ओबरा सी का निर्माण करा रही कोरियन कम्पनी के अधिकारियों और मजदूरों से वार्ता कर गतिरोध समाप्त कराने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बन पाई। शाम चार बजे तक भी जब मजदूर काम पर लौटने को तैयार नहीं हुए, तब दोनों अधिकारी वापस लौट गए। बता दें कि थाना गेट से रोजाना लगभग चार से पांच हजार मजदूर ओबरा सी परियोजना परिसर में काम करने पहुंचते हैं। मजदूरों के विरोध प्रदर्शन के चलते ज्यादातर मजदूर परिसर में प्रवेश नहीं करने पाए, इसके चलते परियोजना का काम पूरी तरह से बंद करने की स्थिति बन गई।