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Sonbhadra News : चुनावी ड्यूटी में लगा दिया सपा प्रत्याशी का वाहन, घर पहुंचा अधिग्रहण आदेश तो चौंक गए लोग
Sonbhadra News : सपा के पूर्व विधायक एवं राबर्ट्सगंज विधानसभा से प्रत्याशी अविनाश कुशवाहा (former SP MLA Avinash Kushwaha) का वाहन चुनावी ड्यूटी में लगा दिया गया है।
Sonbhadra News : सपा के पूर्व विधायक एवं राबर्ट्सगंज विधानसभा से प्रत्याशी अविनाश कुशवाहा (former SP MLA Avinash Kushwaha) का वाहन चुनावी ड्यूटी में लगा दिया गया है। शुक्रवार को वाहन के अधिग्रहण का आदेश उनके घर पहुंचा, तो वहां मौजूद लोग चौंक उठे। वहीं, इसको लेकर जिले की सियासत भी गरमा उठी।
अविनाश कुशवाहा (Avinash Kushwaha charges) ने आरोप लगाया कि एआरटीओ (ARTO) की तरफ से सत्ता पक्ष के दबाव में जानबूझकर यह कार्रवाई कराई गई है। प्राइवेट वाहन को चुनावी ड्यूटी (Election duty) में लगाए जाने को भी गलत बताया और इस मसले को जनता के बीच ले जाने की बात कही।
बताते चलें कि एआरटीओ (arto) की तरफ से चुनावी ड्यूटी के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी को वाहनों की सूची उपलब्ध कराई जाती है। उसी के परिप्रेक्ष्य में जिला निर्वाचन अधिकारी/जिला अधिकारी की तरफ से संबंधित वाहनों के चुनावी ड्यूटी तक के समय के लिए अधिग्रहण आदेश जारी किया जाता है। इसी प्रक्रिया के तहत सपा के पूर्व विधायक, पूर्व जिला अध्यक्ष तथा राबर्ट्सगंज सीट से 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित किए गए अविनाश कुशवाहा के यहां शुक्रवार को उनके वाहन के अधिग्रहण संबंधी आदेश पहुंचा, तो वहां मौजूद हर व्यक्ति चौंक उठा।
अविनाश ने अपने ट्विटर हैंडल सहित अन्य सोशल मीडिया हैंडल पर इस आदेश और अपने वाहन की तस्वीर शेयर करने के साथ ही लिखा कि 'मैं पूर्व विधायक होने के साथ 2022 विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी हूं। मैं इस बात से हैरान हूं कि मैं अपनी स्कार्पियो से अपना प्रचार करुं या सत्ता के दबाव में अपनी गाड़ी ज़िला प्रशासन को दूं? इतना भी ज़ुल्म ठीक नहीं है साहब।' जैसे ही इस बात की जानकारी सार्वजनिक हुई एक दूसरे के खिलाफ राजनीतिक कमेंट आने शुरू हो गए।
उधर, इस मसले पर हुई वार्ता में अविनाश कुशवाहा ने अधिग्रहण आदेश मिलने की पुष्टि की। कहा कि सत्ता पक्ष के दबाव में उनका चुनाव प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। बताया कि 2015 से लेकर अब तक कई चुनाव हुए। पहली बार ऐसा हुआ है, जब उनके वाहन को अधिकृत किया गया है। इससे साबित है कि यह जानबूझकर किया गया है। वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी/ जिलाधिकारी टीके शिबु का कहना था कि चुनाव के लिए वाहनों की ड्यूटी तय किया जाना एक सामान्य प्रक्रिया है। उसी प्रक्रिया के तहत एआरटीओ की तरफ से कार्रवाई की गई है। जानबूझकर ड्यूटी लगाने की बात गलत है। वह एक सूचना एआरटीओ विभाग को भेजवा दें। उनका वाहन चुनावी ड्यूटी से हटा दिया जाएगा।
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