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घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ा, तटवर्ती इलाकों में हाहाकार

Aditya Mishra
Published on: 30 Aug 2018 4:29 PM IST
घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ा, तटवर्ती इलाकों में हाहाकार
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आजमगढ़ : सगड़ी तहसील क्षेत्र में उत्तरी छोर पर बहने वाली घाघरा नदी के जलस्तर में लगातार तीन दिनों से बढ़ाव जारी है। वहीं नेपाल से 290000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से देवारा वासियों में हाहाकार मचा हुआ है। बाढ़ के पानी ने परेशानियों को बढ़ा दिया है। अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड दीपक कुमार ने बताया कि नेपाल से लगातार पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। बुधवार को 288000 क्युसेक पानी छोड़ा गया था। गुरुवार को 290000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। अभी एक-दो दिनों तक घाघरा नदी के जलस्तर में बढ़ाव जारी रहेगा। लेकिन खतरे की कोई बात नहीं है 500000 लाख क्युसेक पानी डिस्चार्ज होने पर ही खतरे की स्थिति आती है।

घाघरा नदी ने अपने तटवर्ती क्षेत्रों में कटान को तेज कर दिया है। देवारा खास राजा के मुराली का पूरा व त्रिलोकी के पूरा में आबादी की जमीन के साथ-साथ खेती योग्य जमीन काट रही है । त्रिलोकी के पूरा के विस्थापितों के मकान के करीब सौ मीटर पर घाघरा नदी कटान कर रही है। देवारा अचल नगर ,देवारा आचल सिंह, देवरा राम हरख दुबे, देवरा करताराम दुबे, देवारा गरीब दुबे ,देवारा भिच्छुकदास, लगभग 2 दर्जन गाव में खेती योग्य जमीन घाघरा काट रही है।

चक्की हाजीपुर, भदौरा मकरंद, सोनौरा ,बाका ,बुढ़न पट्टी, अभ्भनपट्टी ,शाहडीह, सहित देवारा खास राजा के 40 पूरवे सहित लगभग दो दर्जन गाव बाढ़ के पानी से घिर गए है। देवारावासियों को बंधे से गाव तक नाव से पांच से 10 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ रही है। बारीश व बाढ़ की वजह से खाने-पीने के सामान की खरीदारी नहीं होने से खाने के लाले पड़ गए हैं। गाव में संक्त्रामक रोगों ने तेजी से पैर पसारना शुरू कर दिया है पशुपालन विभाग द्वारा अभी तक पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था नहीं की गई है। स्कूली बच्चों की पढ़ाई बाधित है।

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Aditya Mishra

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