जल संसद का आयोजन हो जिससे जल चेतना जन चेतना बन सके: चिदानन्द

स्वामी चिदानन्द सरस्वती एवं मुख्यमंत्री गुजरात विजय रूपानी ने नालों को स्वच्छ करने हेतु जियो ट्यूब तकनीक पर विस्तृत चर्चा की।

Shivakant Shukla
Published on: 8 Feb 2019 12:25 PM GMT
जल संसद का आयोजन हो जिससे जल चेतना जन चेतना बन सके: चिदानन्द
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आशीष पाण्डेय,

कुंभ नगर: परमार्थ निकेतन शिविर, अरैल क्षेत्र सेक्टर 18 में जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी , उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, गृहराज्य मंत्री भारत सरकार हंसराज गंगाराम अहीर शुक्रवार को पहुंचे।

उन्होने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती से भेंटवार्ता की। वार्ता के दौरान चिदानन्द सरस्वती ने उक्त मंत्रीगण से गंगा नदी में गिरते नालों के विषय में विस्तृत चर्चा की साथ ही अस्सी, गंगा और अन्य नदियों को स्वच्छ रखने हेतु विशेष वार्ता हुई।

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स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि कुम्भ मेला पूर्ण हो इससे पहले जल संसद का आयोजन हो ताकि जल चेतना जन चेतना बने। इससे बड़ा कोई अवसर नहीं हो सकता। जब पूरा भारत यहां एकत्रित है। वास्तव में हम प्रयाग में लघु भारत को देख रहे हैं, साथ ही यहां पर समाज को नई दिशा और चेतना देने वाले पूज्य संत यहां विद्यमान हैं। सभी अखाड़े यहां पर आये हुये हैं। यहां से जो संदेश जायेगा वह भारत सहित पूरी दुनिया में जायेगा। उन्होने कहा कि परमार्थ निकेतन, गंगा एक्शन परिवार और ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस, सरकार के साथ मिलकर कार्य करेंगे।

चिदानन्द ने भारत के ऊर्जावान और यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और उत्तरप्रदेश के कर्मठ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में सम्पन्न हो रहे दिव्य कुम्भ-भव्य कुम्भ एवं सुरक्षित कुम्भ हेतु साधुवाद दिया। वास्तव में परमार्थ निकेतन शिविर में सेवा, साधना, भक्ति, ज्ञान के साथ सामाजिक और पर्यावरण के विभिन्न मुद्दों पर चिंतन और समाधान वार्ता का आयोजन किया जा रहा है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने विभिन्न ग्लोबल समस्याओं को प्रयाग की धरती पर रखा तथा विभिन्न विशेषज्ञों के सहयोग से बड़ी ही सहजता से उसका समाधान किया जा रहा है।

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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी एवं उपमुख्य मंत्री केशव प्रसाद मौर्य , गृहराज्य मंत्री भारत सरकार, हंसराज गंगाराम अहीर लोकमत के विजय दरडा जी, नमामि गंगे के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा , श्रीमती निहारिका राय एवं अन्य उच्चाधिकारियों ने परमार्थ निकेतन शिविर में स्थापित टॉयलेट कैफेटेरिया का अवलोकन किया तथा इसे स्वच्छता एवं शौचालय के प्रति जागरूकता का सबसे उत्कृष्ट उदाहरण बताया।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने नितिन गडकरी पी लो पानी के बारे में जानकारी देते हुये कहा कि इससे प्लास्टिक बॉटल मुक्त कुम्भ में बहुत बड़ा योगदान दिया है। यह वाटर एटीएम (जल मन्दिर) पूरे मेला क्षेत्र में 100 से अधिक जल मन्दिर लगाये गये है जो 24 घन्टे जल प्रदान करते हैं तथा इसमें केवल 10 प्रतिशत जल का नुकसान होता है तथा 90 प्रतिशत जल का उपयोग पीने के लिये किया जाता है। यह प्रति घंटे 300 लीटर शुद्ध जल तैयार करने की क्षमता रखता है सचमुच इसने प्लास्टिक मुक्त कुम्भ हेतु महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।

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परमार्थ निकेतन शिविर में अनुराग शास्त्री, कन्हैया ने श्रीमद् भागवत कथा में ज्ञान, भक्ति और कर्म के विषय में अत्यंत रोचक और मर्मस्पर्शी व्याख्यानों का उदाहरण देते हुये कथा पान कराया। श्रद्धालु अति प्रसनन्ता से कथा का पान कर रहे है।

जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने स्वामी जी द्वारा दिये जल संसद आयोजन के सुझाव को महत्वपूर्ण बताया।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती के साथ जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी एवं सभी उच्चाधिकारियों ने जल संरक्षण हेतु वाटर ब्लेसिंग सेरेमनी सम्पन्न की। वाटर ब्लेसिंग सेरेमनी परमार्थ निकेतन की अनुपम परम्परा है। जिसका उद्देश्य विश्व स्तर पर सभी को स्वच्छ जल की आपूर्ति होती रहे इस हेतु जन समुदाय को जागरूक किया जा सके।

गुजरात के सीएम ने भी की चिदानन्द सरस्वती से मुलाकात व किया ग्लोब का जलाभिषेक

परमार्थ निकेतन शिविर कुंभ नगर प्रयागराज में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती अंजलि भी पहुंचे। उन्होने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती से आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने परमार्थ निकेतन शिविर का भ्रमण किया तथा शिविर में होने वाली दैनिक गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। साथ ही सहपरिवार विश्व शान्ति हेतु होने वाले हवन में आहूतियां प्रदान की।

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स्वामी चिदानन्द सरस्वती एवं मुख्यमंत्री गुजरात विजय रूपानी ने नालों को स्वच्छ करने हेतु जियो ट्यूब तकनीक पर विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री विजय रूपानी, श्रीमती अंजलि रूपानी, स्वामी चिदानन्द सरस्वती , जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती के पावन सान्निध्य में विश्व ग्लोब का जलाभिषेक किया तथ विश्व शान्ति एवं दिव्य कुम्भ-भव्य कुम्भ की सफलता हेतु किये जा रहे विशेष अनुष्ठान यज्ञ में आहूतियां प्रदान की।

Shivakant Shukla

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