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काशी में सुबह से शाम तक कुदरत का कहर, आंधी-बारिश से बेपटरी हुई जिंदगी

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में जहां भवन गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गई वहीं दोपहर में आई आंधी और बारिश ने खूब तबाही मचाई.

Ashutosh Singh
Reporter Ashutosh SinghPublished By Chitra Singh
Published on: 1 Jun 2021 3:39 PM GMT
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आंधी-बारिश से टूटे पेड़-सड़को पर लगा पानी (डिजाइन फोटो)

वाराणसी: पीएम के संसदीय क्षेत्र में कुदरत ने सुबह से ही कोहराम मचा रखा है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में जहां भवन गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गई वहीं दोपहर में आई आंधी और बारिश ने खूब तबाही मचाई. जिले के कई इलाकों से पेड़ गिरने की खबर आई, वहीं जल जमाव से भी लोगों को दिक्क़तों का सामना करना पड़ा.

जहां एक ओर विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर में एक भवन की अचानक गिर जाने की खबर आई, तो वही दूसरी और दोपहर में अचानक मौसम ने करवट लिया और भारी आंधी तूफान के साथ तेज बारिश ने शहर को हिला कर रख दिया. मौसम ने मानो रौद्र रूप धारण कर लिया हो. खराब मौसम और तेज आंधी तूफान के चलते कई इलाकों में भारी तबाही भी हुई. माधोपुर इलाके के बिंद समाज द्वारा निर्मित प्राचीन नोंद्रा माता मंदिर के पास मौजूद सालों पुराना एक वृक्ष गिर पड़ा, जिससे मंदिर को भारी नुकसान हुआ.

कई इलाकों में ठप हुआ यातायात

तेज आंधी और बारिश की चपेट में कई वाहन भी आये. लक्सा इलाके में पेड़ की चपेट में आने की वजह से कुछ वाहन छतिग्रस्त हो गए. हालांकि घटना में किसी भी तरह की जनहानि की खबर नहीं है. वहीं औरंगाबाद इलाके से भी एक मंदिर के क्षतिग्रस्त होने की खबर सामने आई है. यहाँ पर पुलिस चौकी के बगल में मंदिर पर एक पेड़ के गिरने से मंदिर परिसर को काफी नुकसान पहुंचा है. दूसरी तरफ लक्सा इलाके में भी सड़क के बीचों बीच पेड़ गिरने के कारण आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया. आंधी के चलते कई इलाकों में बिजली भी गुल हो गई, जिससे लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा.

Chitra Singh

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