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UP Politics: कौन हैं माता प्रसाद पांडेय? जिन्हें अखिलेश ने सौंपी अपनी सीट
UP Politics: 2024 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने कन्नौज से सांसद बनने के बाद यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद से ही यह सीट खाली चल रही थी।
UP Politics: माता प्रसाद पांडेय समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता हैं। वे दो बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं। राजनीति का उन्हें काफी लंबा अनुभव है। वे सिद्धार्थनगर के इटवा विधानसभा से 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए। वे सातवीं बार यूपी विधानसभा के लिए चुने गए हैं। अब सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने माता प्रसाद पांडेय को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बना कर सबको चौंका दिया है।
2024 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने कन्नौज से सांसद बनने के बाद यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद से ही यह सीट खाली चल रही थी। अब अखिलेश यादव ने अपनी यह सीट पार्टी के पुराने नेता माता प्रसाद पांडेय को सौंप दी है।
माता प्रसाद पांडेय एक नजर
माता प्रसाद पाण्डेय का जन्म 31 दिसम्बर 1942 को हुआ था। माता प्रसाद पांडेय दो बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं। वर्तमान में वे उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर में इटवा 305 निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
माता प्रसाद पांडेय 1980, 1985, 1989, 2002, 2007, 2012 और 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए हैं। वे सातवीं बार विधायक हैं।
राजनीतिक आंदोलनों में भाग लिया, कई बार जेल भी गए
माता प्रसाद पांडेय समाज के गरीब और वंचित लोगों के उत्थान के लिए कई राजनीतिक आंदोलनों में भाग लिया और वे कई बार जेल भी गए। वह उत्तर प्रदेश विधान सभा की आश्वासन समिति, याचिका समिति, प्रत्यायोजित विधान समिति, संसदीय शोध, संदर्भ एवं अध्ययन समिति, नियम समिति, प्रश्न एवं संदर्भ समिति, कार्य मंत्रणा समिति, विशेषाधिकार समिति तथा लोक लेखा समिति के सदस्य रहे हैं। माता प्रसाद पांडेय 1991 में स्वास्थ्य मंत्री तथा 2003 में श्रम एवं रोजगार मंत्री भी रह चुके हैं। वे उत्तर प्रदेश विधानसभा के दो बार अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
इटवा सीट से विधायक हैं
माता प्रसाद पांडे सिद्धार्थनगर की इटवा विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक हैं। माता प्रसाद पांडे सोमवार यानी 29 जुलाई 2024 से ही नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे। ऐसा कहा जा रहा था कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने पीडीए फॉर्मूले के तहत पिछड़े समुदाय से आने वाले किसी चेहरे को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपेंगे। हालांकि उन्होंने एक बार फिर पूर्वांचल से आने वाले माता प्रसाद पांडे को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। माता प्रसाद पांडेय को अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है।