×

Lucknow News: जयपुरिया इंस्टिट्यूट में हुआ विंटर स्कूल का समापन

कार्यक्रम के अंतिम दिन डॉ. सौम्या पंत, प्रोफेसर, ओहाईओ यूनिवर्सिटी, यू.एस.ए. द्वारा पार्टिसिपेटरी मेथड्स इन रिसर्च; और डॉ. उत्तम चक्रवर्ती, असिस्टेंट प्रोफेसर, जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, लखनऊ द्वारा स्ट्रक्चरल इक्वेशन मॉडलिंग पर सत्र लिए गए।

Ashutosh Tripathi
Published on: 20 Dec 2022 8:19 PM IST
Winter school concluded at Jaipuria Institute in Lucknow
X

Winter school concluded at Jaipuria Institute in Lucknow (Image: Newstrack) 

Lucknow News: जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, लखनऊ में रिसर्च मेथड्स पर पांच दिवसीय विंटर स्कूल कार्यक्रम का समापन हुआ। विंटर स्कूल 2022 में रिसर्च मेथड्स एंड थ्योरी, रिसर्च में पार्टिसिपेटरी मेथड्स, मेटा-एनालिसिस और मल्टी-क्राइटेरियन डिसीजन मेकिंग, अकादमिक मानसिक स्वास्थ्य, क्वालिटेटिव रिसर्च, स्ट्रक्चरल इक्वेशन मॉडलिंग और टॉप-टियर जर्नल्स में कैसे प्रकाशित करें, आदि जैसे महर्वपूर्ण विषय शामिल रहे।

कार्यक्रम के अंतिम दिन डॉ. सौम्या पंत, प्रोफेसर, ओहाईओ यूनिवर्सिटी, यू.एस.ए. द्वारा पार्टिसिपेटरी मेथड्स इन रिसर्च; और डॉ. उत्तम चक्रवर्ती, असिस्टेंट प्रोफेसर, जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, लखनऊ द्वारा स्ट्रक्चरल इक्वेशन मॉडलिंग पर सत्र लिए गए।


डॉ. पंत ने लोगों का साक्षात्कार करने और ग्रामीण स्थानों का दौरा करने के शोध में भागीदारी के तरीकों पर प्रकाश डाला। डॉ. पंत ने प्रतिभागियों को जवाब देने में सहज बनाने के लिए अनुसंधान प्रक्रिया की शुरुआत में समतावादी संबंध बनाने के महत्व को रेखांकित किया।

डॉ. पंत ने रिपोर्ट जारी करने की आवश्यकता पर बल दिया। उनके अनुसार, अध्ययन के निष्कर्षों की रिपोर्ट की प्रस्तुति को पाठकों को उनके मूल्य और सटीकता के लिए राजी करना चाहिए। प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक डॉ. पंत के सत्र में भाग लिया और अपनी राय व्यक्त की।


दूसरे सत्र में डॉ. चक्रवर्ती ने कार्यक्रम में उपस्थित सहभागियों को बताया कि स्ट्रक्चरल इक्वेशन मॉडलिंग (SEM) सांख्यिकीय तकनीकों का एक सेट है जिसका उपयोग देखे गए और अव्यक्त चर के संबंधों को मापने और विश्लेषण करने के लिए किया जाता है। उन्होंने डेटा और उदाहरणों की मदद से एक्सप्लोरेटरी फैक्टर एनालिसिस और कन्फर्मेटरी फैक्टर एनालिसिस को समझाया। प्रतिभागियों ने एएमओएस-पुष्टिकरण सत्यापन के लिए एक शक्तिशाली उपकरण का उपयोग करके एसईएम सीखा।

द विंटर स्कूल ऑन रिसर्च मेथड्स में वक्ता डॉ. नृपेंद्र पी. राणा, प्रोफेसर, कतर विश्वविद्यालय, दोहा; डॉ. रामेश्वर दुबे, प्रोफेसर, मोंटपेलियर बिजनेस स्कूल, फ्रांस; डॉ. मारिसा एडवर्ड्स, लेक्चरर, द यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया; डॉ. मउत्सी मैती, प्रोफेसर, आईआईएम लखनऊ; डॉ. जेके नायक, एसोसिएट प्रोफेसर, आईआईटी रुड़की; डॉ. सतीश कुमार, हेड, डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट प्रौद्योगिकी विभाग, जयपुर; डॉ. राजेश नानरपुझा, एसोसिएट प्रोफेसर, आईआईएम उदयपुर; तथा डॉ. मसूद सिद्दीकी, प्रोफ़ेसर और विभागाध्यक्ष-सांख्यिकी विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा सत्र शामिल थे।


समापन सत्र में डॉ. अनुभव मिश्रा - डीन रिसर्च और डॉ. पल्लवी श्रीवास्तव, विंटर स्कूल - सह-संयोजक की उपस्थिति में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। जैपुरिया इंस्टिट्यूट में फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (एफ.पी.एम.) चेयर डॉ. आरती चंदानी द्वारा वोट ऑफ़ थैंक्स के साथ विंटर स्कूल कार्यक्रम का समापन हुआ।

Rakesh Mishra

Rakesh Mishra

Next Story