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CM साहब, नहीं सुधर रहा सरकारी अस्पतालों का हाल, घंटों फर्श पर रही प्रसूता
बहराइचः सीएम अखिलेश यादव भले ही सरकारी तंत्र को बदलने की बात करते हों, लेकिन अगर सिर्फ सरकारी अस्पतालों की बात की जाए तो वहां कोई सुधार नहीं दिख रहा है। हम बता रहे हैं बहराइच के जिला अस्पताल का हाल। ये वही अस्पताल है, जहां वॉर्ड ब्वॉय को 20 रुपए न देने की वजह से बच्चे को इंजेक्शन नहीं लगा था और उसकी मौत हो गई थी। उसी अस्पताल में सोमवार को एक प्रसूता को अपने नवजात के साथ घंटों जमीन पर वक्त गुजारना पड़ा। तस्वीर इसकी तस्दीक करती है।
क्या है मामला?
बहराइच के वजीरबाग में रहने वाले अशोक कश्यप की पत्नी गीता को घरवाले जिला अस्पताल ले गए थे। यहां सोमवार देर शाम गीता ने बच्चे को जन्म दिया। काफी देर तक उसे लेबर रूम में स्ट्रेचर पर रखा गया। फिर बेड खाली न होने की बात कहकर प्रसूता को फर्श पर लिटा दिया गया। यहां वह रात 11 बजे तक रही। आरोप है कि बेड मांगने पर एक डॉक्टर ने रुपए भी मांगे। देर रात मीडिया के लोग पहुंचे, तो अस्पताल प्रशासन नींद से जागा। गीता को तुरंत बेड मुहैया कराया गया। हालांकि, कोई डॉक्टर इस मसले पर कुछ बोलने को राजी नहीं था।
जांच कराएंगे सीएमएस
इस मामले में जब जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. अरुण लाल से बात की गई तो उन्होंने इसकी जानकारी न होने की बात कही। डॉ. लाल ने कहा कि वह जांच कराएंगे और दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी। बता दें कि करीब 15 दिन पहले भी एक गर्भवती की यहां मौत हो चुकी है। जबकि पयागपुर से लाई गई महिला ने एंबुलेंस में बच्चे को जन्म दिया था। जिसके बाद उसे स्ट्रेचर तक नहीं दिया गया था।