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Jhansi News: मिशन शक्ति से स्वावलंबन की राह पर बढ़ रही महिलाएं, नारी सशक्तिकरण के प्रति चलाया जा रहा जागरुकता अभियान

Jhansi News: महिलाओं, बालिकाओं को जागरुक बनाने के उद्देश्य से एसएसपी शिवहरी मीना के निर्देशन पर सदर बाजार स्थित सरस्वती बालिका इंटर कालेज में मिशन शक्ति कार्यक्रम चलाया गया।

B.K Kushwaha
Report B.K KushwahaPublished By Shashi kant gautam
Published on: 26 April 2022 5:50 PM IST
Jhansi News: मिशन शक्ति से स्वावलंबन की राह पर बढ़ रही महिलाएं, नारी सशक्तिकरण के प्रति चलाया जा रहा जागरुकता अभियान
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Jhansi News: मिशन शक्ति (Mission Shakti) के तहत महिलाओं, बालिकाओं को जागरुक बनाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे कार्यक्रम के तहत एसएसपी शिवहरी मीना (SSP Shivhari Meena) के निर्देशन पर मिशन शक्ति कार्यक्रम में सदर बाजार स्थित सरस्वती बालिका इंटर कालेज (Saraswati Balika Inter College) में चलाया गया। यहां छोटे-छोटे बच्चों ने नारी सशक्तिकरण (women empowerment) के ऊपर नाटक कर लोगों को जागरुक किया जिसमें सरकार की चल रही सभी हेल्पलाइन नंबर (helpline number) के बारे में बताया गया।

सीओ यातायात सुश्री प्रज्ञा पाठक ने महिला कल्याण विभाग के मिशन शक्ति अभियान फेज-4 के तहत आयोजित कैंप में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, पति की मृत्युपरांत निराश्रित महिला पेंशन योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। बताया गया कि उक्त योजनाओं का लाभ किसे, कहां से मिलेगा और इसके तहत कितनी धनराशि लाभार्थी को प्राप्त होगी।

महिलाओं के हित के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं

बताया गया कि गरिमा, सम्मान के साथ ही महिलाओं के हित के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही निराश्रित महिला पेंशन योजना (destitute women pension scheme), मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, कन्या सुमंगला योजना, रानी लक्ष्मीबाई महिला एंव बाल सम्मान कोष, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सहित विभिन्न विभागों द्वारा संचालित अन्य योजनाओं की जानकारी दी। महिला कल्याण विभाग द्वारा कोविड-19 से मृतक माता-पिता के बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत भरण पोषण, शिक्षा आदि के लिए 400 रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है।

इस योजना के तहत कोविड के दौरान सामान्य रुप से हुई मौत में भी अनाथ हुए बच्चों को 2500 रुपये प्रतिमाह दिए जा रहे है, साथ ही बेटियों को कन्या सुमंगला योजना और निराश्रित महिला पेंशन योजना के तहत महिलाओं को एक हजार रुपये पेंशन दी जा रही है। इस अभियान में एसओ सदर जितेंद्र सिंह तक्खर, आरक्षी शुभाकर वर्मा, महिला आरक्षी राधा रानी, पल्लवी, जागृति, बबली आदि लोग शामिल रहे हैं।

बच्चों की मदद का हरसंभव प्रयासः सुश्री प्रज्ञा पाठक

सीओ यातायात सुश्री प्रज्ञा पाठक (CO Traffic Ms. Pragya Pathak) ने बताया कि, बाल मन में अंकित छवि उनके जीवन में बहुत गहरा प्रभाव डालती है, इसलिए बच्चों के लिए हिंसा व शोषण मुक्त माहौल बनाने में सभी की भागीदारी बहुत जरुरी है। सरकार भी इसके लिए निरंतर प्रयास कर रही है। कोविड के चलते अनाथ हुए बच्चों की मदद के लिए संचालित मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत मिलने वाली मदद से अपनों के खोने के गम को तो दूर नहीं किया जा सकता लेकिन बच्चों के बेहतर भविष्य निर्माण के लिए यह एक अच्छी पहल जरुर साबित हो रही है।

योजना में बच्चों में यह भाव जरुर जगाया हैं कि इस वैश्विक महामारी में हम अकेले नहीं है। अब तक बाल सेवा योजना और बाल सेवा योजना सामान्य के लिए बच्चों को लाभ मिल रहा है। इसी के साथ चाइल्ड लाइन, वन स्टॉप सेंटर के जरिए बच्चों की मदद के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

ऐसे कार्यक्रम से अपराधों को रोका जा सकेः सीओ सिटी

वहीं सीओ सिटी प्रदीप कुमार ने बताया, इस कार्यक्रम का उद्देश्य है महिलाओं और बच्चियों पर होने वाले अपराधों को रोका जा सके। पिछले दो सालों से महिला सशक्तिकरण दिवस मनाया जा रहा है। इसकी जरुरत इसलिए पड़ती है, क्योंकि महिलाओं से जुड़े अपराध हैं। उनको सामने लाने में बच्चियों को, महिलाओं को बहुत संकोच और जिझक महसूस होती है। जो उस अपराध को बढ़ावा देता हैं, ये इसी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। इस मौके पर महिलाएं और बच्चियां शामिल रहीं।



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