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Saharanpur News: सहारनपुर में महिला अधिकारी और बाबू नौकरी के नाम पर मांग रहे रिश्वत, सीएम योगी से शिकायत
Saharanpur: CM योगी को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि विभाग में तैनात बाबू संदीपन 20 वर्षों से तैनात है। जितने भी टेंडर होते हैं इन्हीं के द्वारा निर्मित की गई संस्था के होते हैं।
Saharanpur News: विकास भवन (Vikas Bhawan) में तैनात बाल विकास एवं पुष्टाहर विभाग (Child Development and Nutrition Department) में जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी (Asha Tripathi) और उसी में तैनात एक बाबू संदीपन यादव (sandipan yadav) का ऑडियो वायरल होने के बाद अब इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) से की गई है।
जो ऑडियो वायरल हुआ है कि उसमें नौकरी के नाम पर रिश्वत की बातचीत सुनाई दे रही है। सीएम योगी को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि "विभाग में तैनात बालू संदीपन को पिता की मौत के बाद मृतक कोटे से मौकरी मिली है। वह 20 वर्षों से तैनात है। विभाग में जितने भी टेंडर होते हैं वह इन्हीं के द्वारा निर्मित की गई संस्था के होते हैं। इसका दिल्ली रोड पर आलीशान बंगला और कई अन्य कीमती प्रॉपर्टी भी है। इनके पास लग्जरी गाड़ियां भी है अतः निवेदन है इनके खिलाफ जांच कराने की कार्रवाई की जाए।"
क्या है पूरा मामला?
दरअसल सहारनपुर में बीते दिनों जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी और बाबू संदीपन यादव के बातचीत का एक ऑडियो वायरल हुआ था। हालांकि महिला अधिकारी की ओर से इस पर सफाई भी दी गई थी। जिसमें वह सभी आरोपों को गलत बताते हुए एक व्यक्ति के खिलाफ उत्पीड़न करने के आरोप में थाना सदर बाजार में मामला दर्ज कराया है।
बता दें मामला महिला एवं विकास कल्याण में आउटसोर्सिंग में नौकरी दिलाने का है। गंगोह के बंदा हेडी गांव निवासी सुशील कुमार ने डीएम से एक शिकायत की थी कि वह विभाग में प्राइवेट कर्मचारी के रूप में तैनात था। संविदा पर विभाग में आउटसोर्सिंग के जरिए विकास भवन में तैनात एक महिला अधिकारी ने रिश्वत की मांग की थी। इसका ऑडियो भी वायरल किया गया है, सुशील कुमार ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर मामले की जांच कराकर आरोपी महिला अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
महिला अधिकारी का कहना है कि उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे
वहीं महिला अधिकारी का कहना है कि उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं उनका विभाग में ही तैनात एक अन्य महिला अधिकारी के साथ मिलकर कुछ लोग उन्हें काफी समय से परेशान कर रहे हैं ब्लैकमेल कर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है उन्होंने इस संदर्भ में तहरीर दी है। फिलहाल डीएम ने सीडीओ को जांच सौंपी थी उन्होंने पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट एडीएम को सौंप दी है। लेकिन अब मामला लखनऊ तक पहुंच गया है। अगर सीएम तक यह पहुंचा तो जांच के बाद कार्रवाई निश्चित हो सकती है।