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टूटा महिलाओं के सब्र का बांध, हाथों में झाड़ू-बेलन लेकर शराब की दुकानों का किया विरोध

सांसद योगी आदित्यनाथ के सीएम बनते ही गोरखपुर में फिजा बदलने लगी है। शनिवार (1 अप्रैल) को सुबह जो नजारा देखने को मिला वह नारी शक्ति का अहसास कराने के लिए काफी है। जो झाड़ू महिलाओं के हाथों में घर की साफ सफाई के लिए होता है, वहीं झाड़ू शनिवार को इलाके की सफाई के लिए था।

priyankajoshi
Published on: 1 April 2017 5:10 PM IST
टूटा महिलाओं के सब्र का बांध, हाथों में झाड़ू-बेलन लेकर शराब की दुकानों का किया विरोध
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गोरखपुर: सांसद योगी आदित्यनाथ के सीएम बनते ही गोरखपुर में फिजा बदलने लगी है। शनिवार (1 अप्रैल) को सुबह जो नजारा देखने को मिला वह नारी शक्ति का अहसास कराने के लिए काफी है। जो झाड़ू महिलाओं के हाथों में घर की साफ सफाई के लिए होता है, वहीं झाड़ू शनिवार को इलाके की सफाई के लिए था।

सैकड़ों महिलाएं हाथों में झाड़ू, बेलन, और डंडे लेकर उतरी और शराब की दुकानों का विरोध किया। उनका कहना है कि 'बहुत हो चुकी कारस्तानी अब नहीं चलेगी मनमानी।' महिलाओं के उग्र रूप को देख पुलिस भी मूक बनी रही।

सब्र का बांध टूटा

-यह मामला गोरखपुर के जागेशर पासी चौराहे का है।

-दरअसल, क्षेत्र में अंग्रेजी शराब और बियर की नई दूकान खुल रही है।

-महिलाएं पहले से ही वहां चल रही देशी शराब की दूकान से आजिज है।

-उनका घर से निकलना मुश्किल है।

-महिलाओं ने कहा अब बहुत हो चूका अब नहीं सहेंगे और अपनी शिकायत दर्ज कराने गोरखनाथ मंदिर की तरफ चल पड़ी।

क्या कहना है महिला का?

गुड्डी देवी ने कहा है कि जागेशर पासी चौराहा गोरखनाथ मंदिर से लगभग 500 मीटर की दूरी पर ही मुख्य मार्ग पर शराब की दुकान स्थित है। सीएम योगी आदित्यनाथ भी इस रास्ते से गुजरते रहे है। ऐसे में उनको आस है कि उनके रहते यहां शराब की दूकान नहीं खुलेगी। अगर इस विरोध के बाद भी कुछ नहीं होता तो वो डीएम कार्यालय पर आदोंलन करेंगे।

मनमानी का लगाया आरोप

महिलाओं का कहना है कि जहां दुकान खुल रही है, वह बीजेपी के पार्षद का मकान है। ऐसे में लोगों ने मनमानी का भी आरोप लगाया। अब देखना यह होगा की मुख्यमंत्री जी इसपर क्या निर्देश देते है ।​

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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