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टेक्नो ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में स्ट्रेस मैनेजमेंट पर कार्यशाला का आयोजन
लखनऊ स्थित टेक्नो ग्रुप ऑफ इस्टिट्यूशंस में ''स्ट्रेस मैनेजमेंट इश्यूज एंड चैलेंजेस'' कार्यशाला का आयोजन हुआ। जहां डॉ. पूर्णिमा अग्रवाल (सेवानिवृत्त प्रोफेसर ऑफ साइकोलॉजी) व राजयोगी बी.के.मृत्युंजय (एक्जूकेटिव सेक्रेटरी ब्रम्हकुमारीज, माउंट आबू) ने क्रमशः सेशन को सम्बोधित किया।
लखनऊ: लखनऊ स्थित टेक्नो ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में ''स्ट्रेस मैनेजमेंट इश्यूज एंड चैलेंजेस'' कार्यशाला का आयोजन हुआ। जहां डॉ. पूर्णिमा अग्रवाल (सेवानिवृत्त प्रोफेसर ऑफ साइकोलॉजी) व राजयोगी बी.के.मृत्युंजय (एक्जूकेटिव सेक्रेटरी ब्रम्हकुमारीज, माउंट आबू) ने क्रमशः सेशन को सम्बोधित किया। जिसमे वर्तमान परिदृश्य में स्ट्रेस मैनेजमेंट क्यों जरूरी है। व इसे करने की सरल व सहज विधियां क्या है। यह बताया गया। चार घंटे के सेशन में टेक्नो ग्रुप ऑफ इस्टिट्यूशंस के सभी शिक्षक व कर्मचारी सम्मलित हुए।
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कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की भूमिका राजयोगी बी.के मृत्युंजय जी ने निभायी। जिन्होंनें शिक्षको व कर्मचारियों से पहले निजी जीवन से कुछ सवाल किए, फिर उनका बारी बारी से उत्तर दिया।
सभी को बेसिक योगा प्रैक्टिस के साथ-साथ सकारात्मक चिंतन की कुंजी बतायी गयी, ताकि भविष्य में सभी इस कार्यशाला के माध्यम से अपने जीवन को बेहतर बना सके। डॉ पूर्णिमा ने बताया कि कैसै जीवन में बीबो ( बैड इन बैड आउट) व गीगो (गुड इन गुड आइट) मॉडल का प्रयोग कर जीवन से स्ट्रेस को कम किया जा सकता है।
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राजयोगी मृत्युंजय जी ने शिक्षक के महत्व पर जोर देते हुए कहा, आप राष्ट्र निर्माण का सबसे सबल पायदान है, किसी भी विद्यार्थी के लिए उसके जीवन में एक शिक्षक को रोल मॉडल होना चाहिए, उसके लिए जिन त्याग कि आवश्यक्ता है, वो आपको चुकाने पड़ेंगें। जब आप अपने कार्य से लगाव रखते है तो आप इस कार्य को कभी दोयम दर्जे का नही करेंगें। इसी से आपका और विद्यार्थियों का जीवन सवरेगा।