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ODOP Products: चार साल की मेहनत रंग लाई, स्विटजरलैंड में जलवा बिखेरेंगे यूपी के उत्पाद
ODOP Products: स्विटरजरलैंड के दावोस में 22 से 26 मई के दौरान होने वाले विश्व आर्थिक मंच सम्मेलन में प्रदेश के तमाम जिलों में चल रहे ओडीओपी उत्पाद का गिफ्ट हैंपर वहां आने वाले डेलीगेट्स को दिया जाएगा।
ODOP Products: उत्तर प्रदेश के जिलों के तरह तरह के उत्पाद देश भर में धूम मचाने के बाद अब अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर बिखेरने को तैयार हैं। स्विटरजरलैंड के दावोस में 22 से 26 मई के दौरान होने वाले विश्व आर्थिक मंच सम्मेलन (World Economic Forum conference) में प्रदेश के तमाम जिलों में चल रहे ओडीओपी उत्पाद (ODOP products) का गिफ्ट हैंपर वहां आने वाले डेलीगेट्स को दिया जाएगा।
इस गिफ्ट हैंपर में कन्नौज का इत्र, नवाबों के शहर लखनऊ के चिकनकारी एवं जरी-जरदोजी के सामान, वाराणसी का रेशमी स्टोल, मैनपुरी के तारकशी के उत्पाद और आजमगढ़ की ब्लैक पोटरी के उत्पाद शामिल होंगे।
इस दिन शुरू हुई थी योजना
उल्लेखनीय है कि पिछली बार प्रदेश की योगी सरकार ने पहली बार एक अभिनव योजना (ODOP Scheme) की शुरुआत की थी जिसके तहत हर जिले के उत्पाद को अत्यधिक बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई गयी थी। यह योजना 24 जनवरी 2018 को उत्तर प्रदेश के प्रथम स्थापना दिवस पर शुरू की गयी थी। तब से लगातार योगी सरकार इसे बढावा देने के लिए हर तरह के उपाय कर रही है।
गणतंत्र दिवस-2022 के अवसर पर नई दिल्ली में आयोजित परेड में उत्तर प्रदेश द्वारा प्रस्तुत 'ओडीओपी को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है। अब उत्तर प्रदेश के पांच जिलों में ओडीओपी से जुड़े कारोबारियों को जल्द ही सामान्य सुविधा केन्द्र (सीएफसी) की सौगात मिलने वाली है।
इसमें आगरा में ओडीओपी प्रोडक्ट लेदर के लिए 230 लाख रुपये की लागत से तैयार सीएफसी में लेदर गुड्स ट्रेनिंग सेंटर उपलब्ध है। आजमगढ़ में ओडीओपी प्रोडक्ट ब्लैक पोटरी के लिए 182 लाख रुपये की लागत से कामन प्रोडेक्शन सेंटर, ब्लंगर, पगमिल तथा लाइन भट्टी सहित तमाम सुविधाओं से युक्त सीएफसी स्थापित कराई गई है।
यहां यह भी बताना आवश्यक है कि पिछली सरकारों में परंपरागत उद्योग मृतप्राय होता गया। भाजपा ने वर्ष 2018 में एक जिला एक उत्पाद की योजना लागू की ताकि इन परंपरागत उद्योगों में लगे लोगों का जीवन खुशहाल हो सके।
इसके बाद आज यह योजना प्रदेश की सबसे लोकप्रिय योजना साबित हो रही है। देश में उतर प्रदेश 5.6 प्रतिशत की दर के साथ पांचवे नम्बर पर है। प्रदेश के निर्यात का 80 प्रतिशत श्रेय ओडीओपी योजना को जाता है।