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World Tourism Day 2022: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में मनाया गया वर्ल्ड टूरिज्म डे

World Tourism Day 2022: इसका लक्ष्य शिक्षा, रोजगार और पर्यटन के प्रभावों के जरिए पृथ्वी पर आवासीय अवसरों को बढ़ाने हेतु विकास के लिए पर्यटन पर पुनर्विचार पर बहस को प्रेरित करना है।

Durgesh Sharma
Written By Durgesh Sharma
Published on: 27 Sept 2022 7:20 PM IST
World Tourism Day celebrated in allahabad university
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World Tourism Day celebrated in allahabad university (Social Media)

World Tourism Day 2022: विश्व पर्यटन दिवस पर वाणिज्य एवं व्यवसाय प्रशासन विभाग इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा "पर्यटन पर पुनर्विचार" विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। विश्व पर्यटन दिवस की तारीख को 27 सितंबर के रूप में चुना गया था क्योंकि 1970 में इसी दिन UNWTO को मान्यता दी गई थी। UNWTO को दी गई मान्यता वास्तव में वैश्विक पर्यटन में एक मील का पत्थर माना जाता है। इस बार विश्व पर्यटन दिवस 2022 का मेजबानी इंडोनेशिया कर रहा है जो अपनी शानदार हॉस्पिटेलिटी के लिए जाना जाता है।

महामारी के बाद आए बदलावों ने पर्यटन को सबसे अधिक प्रभावित किया था। ऐसे में इस वर्ष उन चीजों पर ध्यान दिया जाएगा जिनसे पर्यटन में नए बदलावों को जितनी जल्दी हो सके आसान बनाकर इस उद्योग को फिर गति दी जा सके। इस साल 2022 विश्व पर्यटन दिवस की थीम "रीथिंकिंग टूरिज्म" यानि "पर्यटन पर पुनर्विचार" रखी गई है।

इसका लक्ष्य शिक्षा, रोजगार और पर्यटन के प्रभावों के जरिए पृथ्वी पर आवासीय अवसरों को बढ़ाने हेतु विकास के लिए पर्यटन पर पुनर्विचार पर बहस को प्रेरित करना है। उद्योग महामारी के बाद एक बार फिर खड़ा हो रहा है। इसलिए इसे एक अवसर तौर पर देखना चाहिए।

इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो.राधेश्याम सिंह ने कहा कि हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाने का प्रमुख उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है ताकि लोग पर्यटन के सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक महत्व और मूल्यों को समझ सके।

पर्यटन का प्रभाव सांस्कृतिक स्थिति पर भी विशेष रुप से पड़ता है क्योंकि सांस्कृतिक स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा देना सभ्यता और संस्कृति के विकास का जरिया है। भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए साल 2002 में अतुल्य भारत अभियान की शुरुआत की गई जिसके जरिए अंतरराष्ट्रीय संगठनों और समूहों को भारत भ्रमण के लिए आकर्षित करने पर विचार किया गया।

इससे भारत में पर्यटन की दिशा में क्रांति आई है। हमारे देश में पर्यटन सबसे बड़ा सेवा उद्योग है। भारत की कुल जीडीपी में 6.23 प्रतिशत का योगदान पर्यटन का ही है। जबकि भारत में कुल रोजगार के क्षेत्र में पर्यटन का योगदान लगभग 8.78 % है जो कि अपने आप में बहुत बड़ी बात है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत विश्व के 5 सर्वश्रेष्ठ पर्यटन योग्य देशों में से एक है।

इस अवसर पर डॉ. ए.सी.पांडे ने कहा कि "Rethinking Tourism' अर्थात पर्यटन को एक नई सोच के साथ नई दृष्टि के साथ और उसके नए आयामों को प्रमोट करना जो सस्टेनेबल भी हो और जिन्हें पर्यटक अपनी ज़िम्मेदारी समझकर आगे बढ़ाते रहें।

कुछ लोग ऐसे भी हैं जो पर्यटन को मास टूरिज्म से अलग हटकर स्पेशल इंटरेस्ट के रूप में देखते हैं, जैसे-वाइल्डलाइफ टूरिज्म, एस्ट्रो टूरिज्म, रूरल टूरिज्म, गोल्फ टूरिज्म, हेरिटेज,कल्चर एण्ड फिल्म टूरिज्म आदि। डॉ.अजय तिवारी ने कहा कि देश की आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि और पर्यटकों के लिए अधोसंरचनाओं को विकसित करने के साथ ही किसी भी देश की कला, संस्कृति, परंपरा, जीवन शैली का दर्शन कराना, पर्यटन का मुख्य उद्देश्य है। इस अवसर पर डॉ. अजय तिवारी, विजय सिंह, पदमेश द्विवेदी, शिवम् उपाध्याय, सौरभ सिंह और बी.कॉम.और एम.कॉम. के छात्र उपस्थित थे।



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