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अस्पताल मे संवेदनहीनता की सारी हदें पार, बुजुर्ग मरीज के जख्मों को खा रहे चींटे
शाहजहांपुर: क्या आपने स्वास्थ विभाग की इतनी बड़ी लापरवाही भी देखी है, जहां एक बुजुर्ग मरीज को जिला अस्पताल का एक भी कर्मचारी देखने वाला नही और आलम ये है की जमीन पर पड़े बुजुर्ग मरीज के जख्मों मे चींटे रेंगने लगे। यहां मरीज के जख्मों को भरने के लिये गया इस मे उन जख्मों को चींटे कैसे कुरेद रहे हैं ये आप फोटो मे देखकर अंदाजा लगा सकते है।
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भारी भरकम सैलरी पाने वाले जिला अस्पताल के डाक्टर और कर्मचारियों का इस ओर कोई ध्यान नही है जबकि इस मरीज की पट्टी को देखकर आप अंदाजा लगा सकते है की कितने पहले चोट पर डाक्टर ने पट्टी लपेटी होगी। फिलहाल जब मामला मीडिया मे आता तब जिला अस्पताल प्रशासन हरकत मे आया और मामले में महज जांच की बात कहकर अपनी जिम्मेदारी निभा ली।
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दरअसल मामला चौक कोतवाली के जिला अस्पताल के मेल सर्जिकल वार्ड की है। मानवता को शर्मसार कैसे किया जाता ये कोई यहां के जिला अस्पताल के डाक्टर और कर्मचारियों से सीख लें। दरअसल इस अस्पताल मे तीन दिन पहले एक अज्ञात बुजुर्ग घायल हालत मे लाया गया था। बुजुर्ग के हाथ और पैर मे चोटें आई थी।
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तीन दिन तक अज्ञात मरीज की कोई पहचान नही हो पाई। यही वजह थी कि आज उसकी अस्पताल मे देखरेख न होने पर अस्पताल के डाक्टर और कर्मचारियो ने भी लावारिस हालत मे छोङ दिया। तीन दिन से बुजुर्ग मरीज बेड के पास जमीन पर पङा है। जमीन पर गंदगी के साथ साथ चींटे भी रेंग रहे थे।
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मरीज के तीन दिन पहले पट्टी की गई जो अब इतनी गंदी हो चुकी है कि कोई उसे छू भी नही सकता। इतना ही नही हद तो तब ओर हो गई जब जमीन पर रेंगने वाले चींटे मरीज के जख्मों को खाने लगे। जख्मों की पर लगी पट्टी मे से चींटो ने अपनी जगह बना ली। डाक्टर और कर्मचारी आते है मरीज को जमीन पर पङा देखकर चले जाते है।
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ऐसा इसलिए है कि इ मरीज के साथ इसका कोई तीमारदार नही है जो उसकी देखरेख कर सके। फिलहाल जब ये मामला मीडिया मे आया और जब मीडियाकर्मियों ने इस जिला अस्पताल की लापरवाही की कवरेज की उसके बाद अस्पताल के सीएमएस हरकत मे आए और जांच की बात कहकर अपनी जिम्मेदारी निभा ली। सीएमएस एमपी गंगवार का कहना है कि मामला मेरे संज्ञान मे आया है। इस मामले मे जांच के आदेश दे दिए है। जांच मे जो भी दोषी होगा उस कार्यवाही की जाएगी।