Yazdan Builders: लखनऊ में यजदान बिल्डर के अवैध निर्माण पर चला हथौड़ा, नजारा देख बायर्स की आंखें भर आई

Yazdan Builders: लखनऊ में सोमवार को यजदान बिल्डर के अवैध निर्माण को गिराया जाना है। उससे पहले बड़ी संख्या में बायर्स मंडलायुक्त दफ्तर पहुंच अपने आशियाने बचाने की गुहार लगा रहे हैं।

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Written By amanReport Ashutosh Tripathi
Published on: 14 Nov 2022 7:21 AM GMT (Updated on: 14 Nov 2022 7:25 AM GMT)
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लखनऊ में यजदान बिल्डर 

Yazdan Builder Lucknow : यूपी की राजधानी लखनऊ में आज (14 नवंबर) यजदान बिल्डर के छह मंजिला अपार्टमेंट को गिराया जा रहा है। इस बिल्डिंग को अवैध घोषित किए हुए लंबा वक्त गुजर चुका है। बिल्डिंग गिराए जाने से कुछ समय पहले तक बायर्स यहां-वहां भागते नजर आए। बड़ी संख्या में बायर्स मंडलायुक्त कार्यालय भी पहुंचे। बायर्स अपने आशियाने को बचाने की गुहार लगाते रहे, मगर उनकी सभी कोशिशें नाकाम रही। उधर, यजदान बिल्डर के भवन के बाहर बड़ी संख्या में फोर्स की तैनाती की गई है।

आपको बता दें, कि लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के इंजीनियरों के द्वारा आंखें बंद किए जाने के बाद लखनऊ के प्राग नारायण रोड स्थित नजूल की जमीन पर यजदान बिल्डर ने छह मंजिला अपार्टमेंट बना लिया। इस निर्माण को अवैध घोषित हुए लंबा वक्त गुजर चुका था, जिसके बाद तय किया गया कि सोमवार से अवैध अपार्टमेंट को ध्वस्त किया जाएगा।

आशियाने को बचाने की अंतिम कोशिश

अब जब अवैध निर्माण गिराए जाने में बहुत कम समय बचा है। बड़ी संख्या में बायर्स लखनऊ मंडलायुक्त कार्यालय पहुंचे। यजदान बिल्डर के इस अवैध निर्माण के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। अपने आशियाने को बचाने की अंतिम कोशिश करते बायर्स यहां-वहां भटक रहे हैं। कोई सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है, तो कुछ थक-हार कर उस बिल्डिंग के बाहर खड़े हैं। बायर्स कागजों के साथ लखनऊ मंडलायुक्त रोशन जैकब के दफ्तर पहुंचे। बायर्स बिल्डर और एलडीए अफसरों की मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं।


सपनों को लग रहा 'पलीता'

बायर्स का कहना है कि, सरकारी अफसरों और बिल्डर की मिलीभगत का खामियाजा बायर्स को भुगतना पड़ रहा है। बता दें, इस निर्माण में 8 सालों से अधिक समय लगा है। बायर्स ने newstrack.com को बताया कि, बिल्डर के साथ-साथ LDA अभियंता और अधिकारी दोषी हैं। इससे दर्जनों परिवारों की जमा पूंजी मिट्टी में मिल रही है। उन्होंने सालों से इस घर का सपना देखा था। जो आज मिट्टी में मिल जाएगा।


जुर्माना ले लें, भवन न तोड़ें

बिल्डिंग गिराए जाने से पहले विशेषज्ञों की एक टीम बुलाई गई है। इससे पहले, LDA के प्रवर्तन दस्ते ने रविवार को फ्लैट में रह रहे 3 परिवारों को भवन से बाहर कर दिया गया। उससे पहले, जयदान बिल्डर के इस भवन टूटने की सूचना मिलते ही यहां फ्लैट खरीदने वाले दर्जनों परिवार मौके पर पहुंच गए और विरोध जताने लगे। फ्लैट खरीदने वाले कह रहे थे कि उनसे जुर्माना ले लिया जाए, मगर बिल्डिंग न तोड़ी जाए।

बिल्डर ने आनन-फानन में की रजिस्ट्री

आपको बता दें, यजदान बिल्डर ने यहां करीब 45 फ्लैट बनाए हैं। जिनकी कीमत 50 लाख रुपए 1 करोड़ तक बताई जा रही है। यहां बिल्डर ने तेजी करते हुए एलडीए की कार्रवाई शुरू होते ही आनन-फानन में कुल 45 में 37 फ्लैट की रजिस्ट्री कर डाली। दोषी पाए गए 8 इंजीनियर और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई सरकार ने लंबित है।


नक्शा पास होने से पहले बिल्डर खड़ी की बिल्डिंग

यहां गौर करने वाली बात है कि, 6 महीने पहले इस भवन के कुछ हिस्से को तोड़ा गया था। यजदान बिल्डर ने प्राग नारायण रोड पर नक्शे के विपरीत अवैध तरीके से एक बड़ा अपार्टमेंट खड़ा किया था। नक्शा पास होने से पहले यजदान बिल्डर ने यहां भवन खड़ा कर लिया। कई लोगों को फ्लैट बेच भी दिए। बाद में, एलडीए ने इस बिल्डिंग को ध्वस्त कराने का आदेश पारित किया था।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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