×

योगी के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले आरोपी की याचिका खारिज

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोपी हर्षित यादव की गिरफ्तारी पर रोक लगाने वाली याचिका को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आज खारिज कर दिया। यह आदेश न्यायमूर्ति विपिन सिन्हा व न्यायमूर्ति अजीत सिंह की खण्डपीठ ने वाराणसी निवासी हर्षित यादव की याचिका में हस्तक्षेप से इंकार करते हुए दिया है।

Rishi
Published on: 29 March 2019 8:12 PM IST
योगी के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले आरोपी की याचिका खारिज
X

प्रयागराज : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोपी हर्षित यादव की गिरफ्तारी पर रोक लगाने वाली याचिका को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आज खारिज कर दिया। यह आदेश न्यायमूर्ति विपिन सिन्हा व न्यायमूर्ति अजीत सिंह की खण्डपीठ ने वाराणसी निवासी हर्षित यादव की याचिका में हस्तक्षेप से इंकार करते हुए दिया है।

ये भी देखें : भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी ब्रिटेन में अदालत में पेश हुआ

मालूम हो कि याची के विरुद्ध वाराणसी स्थित रामनगर थाने में भा.द.वि. की धारा 504 व धारा 66 सी आईटी एक्ट के तहत अविनेश सिंह अध्यक्ष हिन्दू युवा वाहिनी रामनगर वाराणसी ने दर्ज करायी थी। अपर शासकीय अधिवक्ता प्रथम आशुतोष कुमार सण्ड ने अदालत को बताया कि धारा 66 सी को विवेचक ने धारा 67 आईसी एक्ट में तरमील कर दिया है तथा फेसबुक पर की गयी योगी के विरुद्ध की गयी टिप्पणी से अपराध का कारित किया जाना सिद्ध होता है।

ये भी देखें : बीएसपी को बाय-बाय बोल सकते हैं गुड्डू महाराज, कल करेंगे बड़ा खुलासा

सरकारी वकील द्वारा फेसबुक पर की गयी टिप्पणी की प्रति भी अदालत के समक्ष प्रस्तुत की गयी। प्राथमिकी में आरोप लगाया कि याची द्वारा 13 फरवरी 19 को मुख्यमंत्री योगी के विरुद्ध अशोभनीय व अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर आपत्तिजनक टिप्पणी की गयी है। याचिका में प्राथमिकी को निरस्त करने की भी मांग की गयी थी।



Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story