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Yogi Adityanath Birthday: अजय सिंह बिष्ट से योगी आदित्यनाथ बनने की अनसुनी कहानी

Yogi Adityanath Birthday: बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि योगी आदित्यनाथ का मूल नाम अजय सिंह बिष्ट है।

Shreedhar Agnihotri
Written By Shreedhar AgnihotriPublished By Dharmendra Singh
Published on: 4 Jun 2021 5:15 PM GMT (Updated on: 4 Jun 2021 6:03 PM GMT)
Yogi Adityanath
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सीएम योगी आदित्यनाथ (काॅन्सेप्ट फोटो: न्यूजट्रैक)

Yogi Adityanath Birthday: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath Birthday) का आज से 49 साल पहले उत्तराखंड में जन्म हुआ था। बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि योगी आदित्यनाथ का मूल नाम अजय सिंह बिष्ट है। उनके पिता आनन्द सिंह बिष्ट ने जब अपने बेटे का नाम अजय सिंह बिष्ट (योगी आदित्यनाथ) रखा तो पूरे गांव को शुद्व देशी घी का हलवा खिलाया था। आनन्द सिंह बिष्ट के सात बच्चों में तीन बड़ी बहनों व एक बड़े भाई के बाद योगी आदित्यनाथ पांचवी संतान हैं। योगी के दो छोटे भाई और भी हैं।

प्रारम्भिक शिक्षा स्थानीय स्कूल में करने के बाद अजय सिंह बिष्ट ने 1987 में हाईस्कूल की परीक्षा पास की। इसके बाद उन्होंने ऋषिकेश से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की फिर जब वह डिग्री कालेज में आए तो यहां आकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गए। इस बीच अयोध्या आंदोलन शुरू हो गया तो वह इस आंदोलन में बढ़ चढ़कर भाग लेने लगे।
उत्तराखंड क्षेत्र के श्रीनगर स्थित हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से अजय सिंह बिष्ट ने गणित में बीएससी पूरा किया। पढ़ाई के प्रति बेहद लगनशील अजय सिंह बिष्ट नें गणित में एमएससी की पढ़ाई की। इस दौरान जब गुरु गोरखनाथ पर शोध करने के लिए वह गोरखधाम आए तो यहां अपने रिश्तेदार और सांसद महंत अवैद्यनाथ के संरक्षण में रहने लगे। इस दौरान उनका घर परिवार से वैराग्य हो गया। इसके बाद महंत अवैद्यनाथ से दीक्षा लेकर पूरी तरह से सांसरिक जीवन से मोह खत्म कर गोरखधाम पीठ से जुड़ गए।

26 साल की उम्र में बने सांसद

इस बीच राजनीति गतिविधियों में वह लगातार हिस्सा लेते रहे। लोकसभा और विधानसभा के चुनावों में महंत अवैद्यनाथ के दिशा निर्देशन में काम करते हुए 1998 में योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े। जब वह लोकसभा का यह चुनाव जीते तो उस समय उनकी उम्र केवल 26 साल की थी। यह चुनाव उन्होंने महंत अवैद्यनाथ के सीट छोड़ने के कारण लड़ा था।
वह बारहवीं लोकसभा (1998-99) के सबसे युवा सांसद थे। इसके बाद इसी सीट से 1999 में वह गोरखपुर से फिर से सांसद चुने गए। इसी बीच पूर्वांचल में साम्प्रदायिक टकराव और वर्ग विशेष की बढ़ती हिंसात्मक घटनाओें को देखकर सांसद आदित्यनाथ ने अप्रैल 2002 में हिन्दू युवा वाहिनी बनायी। केंद्र में अटल विहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान ही उन्होंने 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए जमकर खून पसीना बहाया और खुद भी तीसरी बार गोरखपुर से लोकसभा का चुनाव जीता।

जब सीएम योगी पर हुआ जानलेवा हमला

उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव की सरकार के दौरान ही 7 सितंबर 2008 को सांसद योगी आदित्यनाथ पर आजमगढ़ में जानलेवा हिंसक हमला हुआ था जिसमें वह बाल-बाल बचे। यह हमला इतना बड़ा था कि सौ से भी अधिक वाहनों को हमलावरों ने घेर लिया। इसमें दर्जनो लोग घायल हुए फिर सांसद आदित्यनाथ को गोरखपुर दंगों के दौरान तब गिरफ्तार किया गया जब मोहर्रम के दौरान हुई फायरिंग में एक हिन्दू युवा की जान चली गयी। अगले दिन उन्होंने शहर के मध्य श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करने की घोषणा की, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने इसकी अनुमति देने से मना कर दिया। आदित्यनाथ ने भी इसकी चिंता नहीं की और हजारों समर्थकों के साथ अपनी गिरफ़्तारी दी।
इसके बाद सांसद योगी आदित्यनाथ की हिन्दुत्ववादी पहचान और बढ़ने लगी। 2009 में वह एक बार फिर 2 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर लोकसभा पहुंचे। 2014 में पांचवी बार दो लाख से ज्यादा वोटों से लोकसभा का चुनाव जीते। 12 सितंबर 2014 को गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महंत अवैद्यनाथ के निधन के बाद इन्हें यहां का महंत बनाया गया। दो दिन बाद इन्हें नाथ पंथ के पारंपरिक अनुष्ठान के अनुसार मंदिर का पीठाधीश्वर बनाया गया।
फिर जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2014 में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची में थे और इस दौरान उन्होंने अंधाधुध चुनावी सभाएं की। भाजपा को पूरे प्रदेश में अकेले 312 सीटें मिलीं। इसके बाद 19 मार्च 2017 को योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया।
कौन हैं योगी आदित्यनाथ? Who is Yogi Adityanath in Hindi?
योगी आदित्यान था बीजेपी फायरब्रांड नेता हैं और उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री हैं। इसके साथ ही वह कई बार गोरखपुर से बीजेपी सासंद रहे रैं। योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के महंत भी हैं। सीएम योगी 1998 में पहली सांसद बने थे जबकि 2017 में मुख्यमंत्री बने।
सीएम योगी जन्मस्थान कहां है ? और कितनी पढ़ाई की है Birthplace of Yogi Adityanath and Education?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath Birthday) का जन्म उत्तराखंड में 5 जून 1972 को पौढी गढवाल के पंचूर गांव में हुआ था। सीएम योगी ने ऋषिकेश स्थित भरत मंदिर इंटर कॉलेज से 12वीं की पढ़ाई की। इसके बाद हेमवती नंदन बहुगुणा गढवाल विश्वविद्यालय से गणित में बी.एसी और एम.एससी की पढाई की है।
क्या सीएम योगी अंग्रेजी जानते हैं और उनकी जाति है? Can Yogi Adityanath Speak English?
जी हां सीएम योगी बिल्कुली अंग्रेजी जानते हैं और अंग्रेजी भी बोलते हैं। हालांकि योगी आदित्यनाथ को कम ही अंग्रेजी बोलते हुए देखा गया है। सीएम योगी क्षत्रिय यानी राजपूत हैं। सीएम योगी का नाम अजय सिंह बिष्ट है।
सीएम योगी ने कितने शहरों का बदला है नाम और क्यों ? How Many Name Change by Yogi Adityanath and Why Changing Names of Places?
उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने इलहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया, तो वहीं फैजाबाद का नाम बदल अयोध्या कर दिया है। इसके साथ ही योगी सरकार ने मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय कर दिया। आगरा में बन रहे मुगल म्यूजियम का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज कर दिया है। योगी सरकार ने इन शहरों का नाम इसलिए बदला क्योंकि पहले इन शहरों को इन्हीं नामों से जाना जाता था। मुगल शासकों ने इन शहरों का नाम बदल दिया था।
संसद में कब और क्यों रोए थे सीएम योगी? When Yogi Adityanath Crying in Parliament?
सीएम योगी आदित्यनाथ एक बार संसद में यूपी पुलिस की बर्बरता के बारे में बताते हुए रो पड़े थे। यह बात साल 2006 की है, जब लोकसभा अध्यक्ष को अपने ऊपर किए गए अत्याचार को बताते हुए फूट-फूटकर रोने लेगे थे। उस समय मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। सीएम योगी ने आरोप लगाया था कि सपा सरकार उनके खिलाफ साजिश रच रही है। 27 जनवरी 2006 को दो समुदायों में झड़प हुई थी जिसके बाद गोरखपुर में तनाव फैल गया था। इसके बाद आदित्यनाथ को गोरखपुर जाते समय गिरफ्तार कर लिया गया था।
कैसे सीएम बने योगी? How Yogi Adityanath Become Cm and How Many Times Yogi Adityanath CM?
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी बिना मुख्यमंत्री के चेहरा के विधानसभा का चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में बीजेपी ने बंपर जीत हासिल की, लेकिन मुख्यमंत्री को लेकर आखिरी तक यह सवाल घूमता रहा कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा। सीएम योगी के मुख्यमंत्री बनने के पीछे सबसे बड़ा रोल आरएसएस का था, क्योंकि योगी आरएसएस की पसंद थे और हिंदुत्वादी चेहरा भी। बीजेपी और आरएसएस की नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर थी, इसलिए दोनों ने ही सीएम योगी को आगे किया और मुख्यमंत्री का पद सौंप दिया। आरएसएस और बीजेपी की 2019 के लोकसभा चुनाव में सीएम योगी से जो उम्मीदे थीं उस पर वह खरा उतरे। योगी पहली बार मुख्यमंत्री बने हैं। इससे पहले वह गोरखपुर से सांसद थे।
क्या सीएम योगी नेपाली हैं? is Yogi Adityanath Nepali?
नहीं ऐसा बिल्कुल नहीं है। सीएम योगी भारत के रहने वाले हैं। योगी आदित्यनाथ का जन्म उत्तराखंड पौढी गढवाल के पंचूर गांव में हुआ है। हां जरूर है कि सोशल मीडिया पर लोग गलत अफवाहें फैलता रहते हैं। इन अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान देने की जरूरत नहीं है।
क्यों बेस्ट सीएम हैं योगी? Why Yogi Adityanath is Best CM?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई ऐसे कार्य किए हैं जिसके कारण उनको बेस्ट सीएम कहा जाता है। कोरोना की पहली लहर में सीएम योगी के कार्यों की देश और विदेश में सराहना हुई थी। हालांकि दूसरी लहर में कुछ कमियां रही हैं जिसकी वजह से हालात भयावह बन गए थे। लेकिन सीएम योगी की कार्यकुशलता की वजह से जल्द ही उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले घट गए। सीएम योगी अक्सर गांवों का दौरान करते रहे हैं और लोगों से समस्याएं जानने की कोशिश करते हैं। सीएम योगी के कार्यों की कई देश और विदेश की कई संस्थाओं ने तारीफ की है।
कौन हैं सीएम योगी के भाई ? Who is Yogi Adityanath Brother?
सीएम आदित्यनाथ के तीन भाई हैं। योगी के सबसे बड़े भाई का मानवेंद्र मोहन हैं। सीएम योगी के दो छोटे भाई हैं जिनका नाम शैलेंद्र मोहन और महेंद्र मोहन। योगी के छोटे भाई शैलेंद्र मोहन भारतीय सेना में सूबेदार हैं। सीएम योगी के मुख्यमंत्री होने के बावजूद उनका परिवार साधारण जीवन व्यतीत करता है।
क्या योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री बनेंगे? Will Yogi Adityanath Become PM?
अभी यह कहना मुश्किल है कि योगी आदित्यनाथ देश के प्रधानमंत्री बनेंगे या नहीं। लेकिन कई लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ को ही हिदुत्व का सबसे बड़ा चेहरा मानते हैं। इस सवाल पर अभी कुछ भी कह पाना मुश्किल है। हालांकि यह सच है कि कई लोग नरेंद्र मोदी के विकल्प के रूप में योगी आदित्यनाथ को देखते हैं।
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