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योगी सरकार की बड़ी पहल: 6 अप्रैल से विलुप्त हो चुकी नदियां, कुएं और तालाब को किया जाएगा पुनर्जीवित

योगी सरकार प्रदेश में नदियों को अविरल और निर्मल बनाने के साथ ही सूख चुके कुएँ और गांव में तालाबों के सुंदरीकरण के साथ उसके आसपास हरियाली बढ़ाने की एक बड़ी मुहिम शुरू करने जा रही है.

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 5 April 2022 1:30 PM IST (Updated on: 5 April 2022 2:05 PM IST)
CM Yogi Adityanath
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सीएम योगी आदित्यनाथ (फोटो साभार: सोशल मीडिया )

UP: योगी सरकार प्रदेश में नदियों को अविरल और निर्मल बनाने के साथ ही सूख चुके कुएँ और गांव में तालाबों के सुंदरीकरण के साथ उसके आसपास हरियाली बढ़ाने की एक बड़ी मुहिम शुरू करने जा रही है. 6 अप्रैल यानि बीजेपी के स्थापना दिवस पर इस कार्यक्रम की शुरुआत. जिनमें विलुप्त की कगार पर पहुंच चुकीं नदियां, सूख चुके कुएँ, तालाबों को पुनर्जीवित करने की बड़ी मुहिम चलाई जाएगी. यह कार्यक्रम 6 अप्रैल से 3 मई तक चलेगा. इस मुहिम में लोकभारती, नेहरू युवा केंद्र के साथ ही सरकारी संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा।

बता दें योगी सरकार 2.0 में प्रदेश की नदियों को अविरल और निर्मल बनाने में नामामि गंगे परियोजना कई नए आयाम शुरू करने जा रही है। विलुप्त हो चुके कुंओं को जिंदा करके रिर्चाजिंग वेल के रुप में विकसित करने और तालाबों को पुनर्जीवित कर उनके किनारे ग्राम वन स्थापित किये जाने की योजना बनाई गई है।

गोमती नदी की 22 में से सूख चुकीं 19 सहायक नदियों को भी नया जीवन देना इसमें शामिल है। लोगों को जागरूक करने और नदियों का पुनजीर्वित करने के इस अभियान में लोक भारती और नेहरू युवा केन्द्र जैसी सामाजिक और सरकारी संस्थाएं साथ में आ गई है। 6 अप्रैल से शुरु होने वाला यह अभियान प्रदेश भर में 3 मई तक चलने वाला है।

जल ही जीवन है, जल है तो कल है। यह हम सब बोलते हैं लेकिन इसके लिए हम कुछ कर नहीं रहे हैं। भूजल निकालने के साधन तो हमने कई बना लिये लेकिन उतना जल धरती को वापस करना भूल गये हैं। इन बातों को संस्थाएं जागरूकता के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाने का काम करेंगी।

इतना ही नहीं इस दौरान पीपल, बरगद, पाकड़, गूलर और आम के पेड़ों का नदियों के किनारे लगाने का अभियान भी चलेगा। विलुप्त हो चुके कुंओं को पुनर्जीवित करने और उनको रिचार्जिग वेल में बदलने के लिए कुंओं की सफाई और उनके अंदर बरसात का पानी वापस जा सके इसकी व्यवस्था की जाएगी। तालाबों के किनारे ग्राम वन बनाकर वहां उपयोगी और औषधीय पौधे लगाना भी ग्राम वासियों को सिखाया जाएगा।

इसके साथ ही नमामि गंगे विभाग के सहयोग से लोक भारती और नेहरू युवा केन्द्र 6 अप्रैल से नदी एवं जल स्रोत संरक्षण अभियान की शुरुआत फतेहपुर से करने जा रहा है। नदियों की स्वच्छता एवं शपथ का कार्यक्रम ओम घाट ब्लाक भिटौरा में किया जाएगा।

7 अप्रैल को यह आयोजन जल स्त्रोत उत्सव के रूप में लखीमपुर खीरी में कठिना नदी भूईया देव घाट बिहारीपुर में आयोजित किया जाएगा। इसी तरह से प्रदेश भर में विलुप्त हो चुकी नदियों के किनारे बसे गांवों में आयोजन करने की रणनीति तैयार की गई है।



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Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

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