UP Encounter: यूपी में एनकाउंटर के समय करनी होगी वीडियोग्राफी, योगी सरकार ने जारी की नई गाइडलाइन

UP Encounter: यूपी में आये दिन हो रहे एनकाउंटर को लेकर योगी सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है।

Sonali kesarwani
Published on: 22 Oct 2024 4:59 AM GMT (Updated on: 22 Oct 2024 5:07 AM GMT)
UP Encounter
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UP Encounter (social media) 

UP Encounter: अभी हाल ही में यूपी में हुए ताबड़तोड़ एनकाउंटर को लेकर सरकार और पुलिस प्रशासन पर काफी सवाल उठे है। विपक्षी पार्टियों ने सरकार की नीति की जमकर आलोचना की है। अब यूपी सरकार एनकाउंटर को लेकर एक्शन में आ गई है। योगी सरकार नई गाइडलाइन लेकर आई है। डीजीपी प्रशांत कुमार की तरफ से एनकाउंटर को लेकर दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। इस नई गाइडलाइन के तहत एनकाउंटर में मौत या घायल होने पर घटनास्थल की वीडियोग्राफी करवाना आवश्यक होगा। साथ ही मुठभेड़ में अपराधी के मारे जाने पर दो डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमॉर्टम और उसकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी। साथ ही फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल का निरीक्षण करेगी।

एनकाउंटर करने वाले अफसरों की होगी जांच

नई गाइडलाइन में डीजीपी की तरफ से कहा गया कि जहां एनकाउंटर हुआ है उस क्षेत्र के थाने की पुलिस जांच नहीं करेगी। बल्कि एनकाउंटर क्षेत्र की जांच दूसरे थाने या फिर क्राइम ब्रांच के द्वारा कराई जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एनकाउंटर करने वाले अफसरों के ऊपर आधिकारिक स्तर की जांच भी कराई जाएगी। डीजीपी की तरफ से सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को यह निर्देश जारी किए गए हैं। डीजीपी ने कहा कि मुठभेड़ में अपराधी की मौत होने पर इसकी सूचना तुरंत परिजनों की दी जाए। इतना ही नहीं घटनास्थल की वीडियोग्राफी की अलग-अलग कॉपी रिकॉर्ड के तौर पर रखा जाये।

परिवारवालों को तुरंत दें एनकाउंटर की सूचना

डीजीपी प्रशांत कुमार की तरफ से यह भी कहा गया कि एनकाउंटर के बाद तुरंत उनके परिवार वालों की इसकी सूचना दें। नई गाइडलाइन में यह भी बताया गया कि एनकाउंटर के समय जो भी हथियार इस्तेमाल किये गए हो उसको तुरंत सरेंडर करना होगा। जिससे कि उसकी जांच की जा सके। जिन मामलों में अपराधी सामान्य अथवा गंभीर रूप से घायल होते हैं, ऐसे सभी मामलों में अपराधी के हेंडवाश एवं अपराधी से बरामद हथियारों का बैलस्टिक परीक्षण अवश्य कराया जाए।

Sonali kesarwani

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Content Writer

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