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Zika virus in UP: पूरे राज्य में अलर्ट जारी, स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को जारी किये निर्देश

Zika virus in UP: कानपुर में जीका वायरस (Zika Virus) संक्रमितों के पाये जाने के बाद से ही पूरे राज्य में अलर्ट घोषित कर दिया गया है।

Shashwat Mishra
Written By Shashwat MishraPublished By Shweta
Published on: 1 Nov 2021 3:19 PM GMT (Updated on: 1 Nov 2021 4:34 PM GMT)
Zika virus
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 जीका वायरस (कॉन्सेप्ट फोटोः सोशल मीडिया) 

Zika virus in UP: कानपुर में जीका वायरस (Zika Virus) संक्रमितों के पाये जाने के बाद से ही पूरे राज्य में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। अभी तक कानपुर से 10 लोगों के संक्रमित (Zika virus in Kanpur) होने की ख़बर है। इसके मद्देनजर लखनऊ स्वास्थ्य विभाग ने समस्त राजकीय एवं निजी चिकित्सलयों, नर्सिग होम और पैथालाजी को निर्देश जारी किये हैं। बता दें कि जीका वायरस एक मच्छरजनित नया उभरता (zika virus kya hai) रोग है। जीका वायरस जीनस फ्लेविवायस व फैमिली फ्लेविविरिडी के अन्तर्गत आता है। जिसको ध्यान में रखते हुए जीका वायरस से बचाव हेतु सतर्कता बेहद आवश्यक है।

जीका वायरस के लक्षण (zika virus symptoms)

• दो सप्ताह पूर्व किसी ऐसे देश की यात्रा की हो, जहां जीका रोग का प्रसार हो।

• बुखार एवं शरीर पर दाने (चकत्ते)।

• बुखार (37.2 ̊C) या इससे अधिक।

• जोड़ो या मांसपेशियों में दर्द।

• आंखें लाल होना (Non purulent conjunctivitis or Conjuctival hyperacmia)।

• सिर में दर्द व भारीपन महसूस करना।

जीका वायरस से बचने के उपाय (zika virus treatment)

• स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी निजी व सरकारी अस्पतालों को निर्देश दिये गए हैं कि जीका वायरस रोग का नियन्त्रण नियमित वेक्टर सर्विलांस वं एकीकृत प्रबंधन द्वारा किया जाना चाहिए।

• जल एकत्रित करने वाले पात्रों का मच्छर के लार्वा व प्यूपा की उपस्थिति हेतु (House index, Container index, Breteau Index and Pupae index) सर्वेक्षण नियमित रूप से किया जाना चाहिए।

• वयस्क मच्छरों का सर्वेक्षण लैडिंग/बाइटिंग कलेक्शन, रेस्टिंग कलेक्शन और ओविपॉजिशन ट्रैप द्वारा किया जाना चाहिए।

• वेक्टर नियन्त्रण हेतु भूमिगत पानी का संग्रहण स्थान, बडे जल निकायों आदि में लार्वा नष्ट करने वाले कीटनाशकों और लार्वा भक्षण करने वाली मछलियों का प्रयोग उपयोगी है

भारत के लिये नया है जीका वायरस- डॉ. बिपिन पुरी (कुलपति, केजीएमयू)

केजीएमयू वीसी डॉ. बिपिन पुरी (KGMU VC Dr. Bipin Puri) ने बातचीत में बताया कि "यह वायरस दुनिया के लिये नया नहीं है। अफ्रीका में इसका ओरिजिनेशन माना गया है। मग़र, भारत के लिये इसे नया कह सकते हैं। अभी प्रदेश में एक ही केस आया है। लेकिन, सतर्कता बरतना ज़रूरी है।" उन्होंने कहा कि ''यह वायरस भी मच्छर के काटने से ही फैलता है, इसलिए डेंगू और मलेरिया के बचाव के उपचार ही इस पर लागू होंगे।"

राजधानी में पहले से ही गठित हैं RRT टीमें

राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण के नोडल अफसर व डिप्टी सीएमओ डॉ. केपी त्रिपाठी ने बताया कि "लखनऊ के सभी सीएचसी पर RRT यानी रैपिड रिस्पॉन्स टीम पहले से ही काम कर रही हैं। डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया के जैसे ही जीका वायरस भी है। यह भी एडीज़ प्रजाति के मच्छर के काटने से होता है। इससे बचाव व उपचार के लिये सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अलर्ट कर दिया गया है।"

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