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Zila Panchayat Election 2021 : बीजेपी उम्मीदवार पूनम मौर्या ने जीत हासिल कर लहराया अपना परचंप
Zila Panchayat Election 2021 : जिला पंचायत अध्यक्ष पर BJP उम्मीदवार पूनम मौर्या ने जीत हासिल करने में कामयाबी हासिल की।
Zila Panchayat Election 2021 : उत्तर प्रदेश की राजनीति में रवायत रही है। जिला पंचायत अध्यक्ष (Zila Panchayat President) पद पर कब्जा उसी पार्टी का होता है, जो सत्ता पर काबिज होता है। योगी सरकार (Yogi Government) में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है। चुनाव से पहले ही 17 सीटों पर बीजेपी (BJP) ने कब्ज़ा कर लिया। इसी में से एक सीट थी वाराणसी की, जहां बीजेपी उम्मीदवार पूनम मौर्या (BJP candidate Poonam Maurya) ने निर्विरोध जीत हासिल करने में कामयाबी हासिल की है।
बीजेपी ने जीत हासिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था। बीजेपी के खिलाफ समाजवादी पार्टी से चंदा यादव मैदान में थी। समाजवादी पार्टी के 15 सदस्यों ने जीत हासिल की थी। इसके अलावा कांग्रेस, सुभासपा और कुछ निर्दलीय सदस्यों को मिलाकर सपा का पलड़ा भारी लग रहा था। दूसरी ओर बीजेपी के सिर्फ पांच सदस्यों को ही जीत मिली थी। लेकिन नामांकन वाले दिन बाजी पलट गई। नामांकन के बाद पर्चा जांच के दौरान सपा उम्मीदवार का नामांकन रद्द कर दिया गया। जिला प्रशासन की ओर से बताया गया कि सपा उम्मीदवार की ओर से दाखिल नामांकन पत्र अपूर्ण था। इसे लेकर सपा कार्यकर्ताओं और पुलिस प्रशासन के बीच हल्की नोंकझोंक भी हुई।
सपा नेताओं का आरोप था कि कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर के इशारे पर उनके उम्मीदवार का पर्चा ख़ारिज किया गया। खैर बीजेपी भले ही इस जीत पर इतरा रही हो लेकिन कहीं न कहीं उसकी इस जीत में हार छिपी है। जिस तरह से एमएलसी चुनाव में समाजवादी पार्टी ने बीजेपी को पटखनी दी थी, उससे पार्टी की खूब किरकिरी हुई थी। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र मैंनेक और हार के लिए बीजेपी तैयार नहीं थी। यही कारण है कि बीजेपी ने जीत के लिए शाम दाम दंड भेद का इस्तेमाल किया और जीत का स्वाद चखा।
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