×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Zila Panchayat Election UP 2021: नामांकन में जमकर बवाल, विधायक की पत्नी का निर्विरोध निर्वाचन तय

Zila Panchayat Election UP 2021: हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद कैम्पियरगंज विधायक फतेह बहादुर सिंह की पत्नी साधना सिंह का निर्वाचन तय हो गया है।

Purnima Srivastava
Published on: 26 Jun 2021 6:16 PM IST (Updated on: 26 Jun 2021 6:18 PM IST)
Zila Panchayat Election UP 2021
X

नामांकन के दौरान बीजेपी प्रत्याशी साधना सिंह (फोटो: सोशल मीडिया)

Zila Panchayat Election UP 2021: जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर पांच साल पहले जिस प्रकार की गुंडागर्दी सपा और प्रशासनिक अफसरों ने की थी, वैसी ही पटकथा गोरखपुर में एक बार फिर देखने को मिली। पिछले चुनाव में भाजपा की तरफ से नामांकन हो गया था। सपा की गीतांजलि को जीत मिली थी। लेकिन इस बार सपा उम्मीदवार नामांकन भी नहीं कर सके। पूरे दिन चले हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद कैम्पियरगंज विधायक फतेह बहादुर सिंह की पत्नी साधना सिंह का निर्वाचन तय हो गया है।

पहले भाजपा की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह की बहू साधना सिंह ने नामांकन दाखिल किया। इसके बाद सपा उम्मीदवार को पर्चा दाखिल करना था। घोषित उम्मीदवार के रेप में फंसाए जाने के बाद सपा ने ऐन मौके पर जितेन्द्र यादव को प्रत्याशी घोषित कर दिया। लेकिन जोर आजमाइश के बीच वह नामांकन नहीं दाखिल कर सके।
सपा से जिला पंचायत सदस्य पारस यादव कलेक्ट्रेट में घुसने की कोशिश की, लेकिन विधायक समर्थकों ने उन्हें बुरी तरह पीट दिया। पूरे कलेक्ट्रेट में फतेह बहादुर सिंह के समर्थकों का कब्जा रहा। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी समर्पण की मुद्रा में थे।

सपा से जिला पंचायत सदस्य पारस यादव को पीटते बीजेपी नेता (फोटो: सोशल मीडिया)

कलेक्ट्रेट में एंट्री के सभी गेट पर विधायक समर्थकों का कब्जा होने से कोई भी उनकी मर्जी के खिलाफ एंट्री नहीं पा सका। दिन में 3 बजे प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि एक नामांकन खारिज कर दिया गया है। सिर्फ साधना सिंह ने ही नामांकन दाखिल किया है। ऐसे में साधना सिंह का दोबारा अध्यक्ष बनना तय है।
पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह की बहू और विधायक फतेह बहादुर सिंह की पत्नी साधना सिंह वर्ष 2010 के चुनाव में जिला पंचायत अध्यक्ष बनी थीं। इस बार वार्ड नंबर 19 से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतने के साथ ही उन्होंने अध्यक्ष पद के लिए पार्टी टिकट की दावेदारी पेश की थी। गोरखपुर में जिला पंचायत सदस्य की 68 सीटें हैं। चुनाव में भाजपा को 19 सीटों पर विजय मिली है। जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीतने के लिए 35 मत चाहिए थे।




\
Dharmendra Singh

Dharmendra Singh

Next Story