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Uttarakhand: उत्तराखंड सरकार के तीन मंत्रियों पर गिर सकती गाज, भाजपा शीर्ष नेतृत्व नाराज
Uttarakhand: पिछले कुछ मामले कंट्रोल न कर पाने से खफा भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को दिल्ली तलब किया था। तीन मंत्रियों के भी पर कतरे जा सकते हैं।
Uttarakhand News: Uttarakhand News: अंकिता भंडारी हत्याकांड के मामले से निपटने में उत्तराखंड की भाजपा सरकार की नाकामी ने विरोधियों को सवाल खड़े करने का मौका तो दे ही दिया साथ ही भाजपा हाईकमान को भी नाराज कर दिया है। खासकर मुख्यमंत्री धामी का रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलवाने का फैसला सवालों के घेरे में है। इस हत्याकांड में प्रदेश के भाजपा नेता विनोद आर्य का पुत्र मुख्य आरोपी है। इस मामले को कंट्रोल न कर पाने से खफा भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को दिल्ली तलब किया। जबकि पहाड़ी राज्य में पिछले कुछ समय से घट रही घटनाओं के चलते मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, रेखा आर्य और धन सिंह रावत पर भी आलाकमान की भ्रकुटी तिरछी हो गई है। संभावना इस बात की भी है कि इन्हें मंत्री पद से हटाया जा सकता है।
वित्त मंत्री का अपने पद से हटना तय
अभी विधानसभा में भर्तियों को लेकर धामी सरकार जमकर घिरी हुई नजर आईं थी। जिस तरह से बीते दिनों वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल तेवर दिखाये थे उससे पार्टी को ही नुकसान हुआ और उससे सरकार की छवि पर भी काफी असर पड़ा। ऐसे में भाजपा का हाईकमान लोकसभा चुनाव तक ऐसे किसी भी मुद्दे को हावी नहीं होने देना चाह रहा है, जिससे पार्टी की छवि पर असर पड़े। ऐसे में हाईकमान ने इस पूरे प्रकरण का संज्ञान लिया। अब आने वाले दिनों में प्रेमचंद अग्रवाल उनके पद से भी हटाया जा सकता है क्योंकि शीर्ष नेतृत्व उनके बयानों से सहमत नहीं है।
शिक्षा मंत्री पद से जा सकते हैं रावत
विधानसभा और उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग में भर्ती घोटाले के बाद अब कई विभागों में भर्तियों को लेकर सवाल उठने लगे हैं। ओपन यूनिवर्सिटी में भर्ती घोटाला का भी आरोप सामने आया। इसमें कई अधिकारियों और नेताओं के करीबियों को नौकरी देने का आरोप लगे है। कांग्रेस ने बीजेपी पर शिक्षा विभाग में और भी कई तरह के घोटाले के आरोप लगाए है। जिसके बाद से ही प्रदेश सरकार के शिक्षा मंत्री बीजेपी शीर्ष नेतृत्व की निगाहों में चढ़ गए है। जिसके चलते शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत को या तो हटाया जाएगा या उनका विभाग बदला जा सकता है।
बयान को लेकर विवाद में मंत्री
रेखा आर्य के नाम को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं। अगर बीजेपी अपनी कैबिनेट में बदलाव करती है तो रेखा आर्य का भी नाम भी हटने वालों की सूची में आ सकता है। वो भी विपक्ष के निशाने पर हैं। इतना ही नहीं आईएएस लॉबी से उनका मनमुटाव इसकी एक बड़ी वजह माना जा रहा है। रेखा आर्य के मंत्रालय में फेरबदल हो सकता है क्योंकि वह राज्य की एकमात्र महिला मंत्री हैं। रेखा आर्य उत्तराखंड की सोमेश्वर विधानसभा सीट से विधायक हैं। इससे पहले भी वह मंत्री रह चुकी हैं। त्रिवेंद्र सरकार में भी वह महिला एवं बाल विकास मंत्री थीं।