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CDS बिपिन रावत के निधन पर उत्तराखंड में तीन दिन के राजकीय शोक का ऐलान

CDS बिपिन रावत के असामयिक निधन पर उत्तराखंड में तीन दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया है। वहीं, पौड़ी जिले के द्वारीखाल ब्लॉक के गांव सैणा का माहौल अपने सपूत जनरल बिपिन रावत के निधन से गमगीन हो गया है।

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Newstrack NetworkPublished By Deepak Kumar
Published on: 8 Dec 2021 11:06 PM IST (Updated on: 8 Dec 2021 11:22 PM IST)
Bipin Rawat
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बिपिन रावत (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

CDS बिपिन रावत के असामयिक निधन पर उत्तराखंड में तीन दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया है। वहीं, पौड़ी जिले के द्वारीखाल ब्लॉक के गांव सैणा का माहौल अपने सपूत जनरल बिपिन रावत के निधन से गमगीन हो गया है। कांडाखाल कस्बे से कुछ ही दूरी पर स्थित दिवंगत जनरल रावत के इस छोटे से पैतृक गांव में उनके चाचा भरत सिंह रावत आज भी अपने परिवार के साथ रहते हैं. इस गांव में केवल उन्हीं का परिवार निवास करता है।

रावत ने बताया कि वह किसी काम से कोटद्वार बाजार गए हुए थे लेकिन जैसे ही उन्हें घटना की सूचना मिली, वह घर की ओर लौट आये। उन्होंने बताया कि उनके घर पर आस पास के गांवों के कुछ लोग सांत्वना देने पहुंचे हैं और सबकी आंखें आसुंओं में डूबी हैं।

वहीं आज चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा एक हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु के कोयम्बटूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। घटना के बारे में जानकारी देते हुए तमिलनाडु के वन मंत्री ने बताया कि इस दुर्घटना में कम से कम पांच लोगों की मृत्यु हो गई है।

हेलीकॉप्टर में सवार लोगों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराते हुए वायु सेना ने अपने एक बयान में कहा कि एमआई-17 वी5 हेलिकॉप्टर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी, उनके रक्षा सहायक, सुरक्षा कमांडो और भारतीय वायु सेना के जवान सहित कुल 14 लोग सवार थे, जो कि तमिलनाडु के कोयम्बटूर और कुन्नूर के पास आज एक दुर्घटना का शिकार हो गया है।

जानें सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनके परिवार के बारे में-

जनरल बिपिन रावत भारत के पहले और वर्तमान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) हैं। उन्हें 1 जनवरी 2020 को इस पद पर नियुक्ति दी गई थी। जनरल बिपिन रावत का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी जिले में हुआ था तथा उनका परिवार पिछली चार पीढ़ियों से भारतीय सेना में सेवा दे रहा है।

जनरल बिपों रावत की पत्नी डॉ मधुलिका रावत राष्ट्र की सेवा में उनकी निरंतर सहायता करती रही हैं। वह AWWA (आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन) की अध्यक्ष हैं। श्रीमती मधुलिका रावत सेना के जवानों की पत्नियों, बच्चों और आश्रितों के कल्याण के लिए काम करती हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है और वर्तमान में कई सामाजिक अभियानों का हिस्सा हैं और सेना की विधवाओं, कैंसर रोगियों की सहायता हेतु सामाजिक कार्यों में संलिप्त हैं।

जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की दो बेटियां हैं। इसके अतिरिक्त बिपिन रावत के पिता लक्ष्मण सिंह रावत ने भारतीय सेना की सेवा की और लेफ्टिनेंट-जनरल के पद तक पहुंचे तथा बिपिन रावत की मां उत्तरकाशी के पूर्व विधायक किशन सिंह परमार की बेटी थीं।

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Deepak Kumar

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