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देहरादून: 8 मजदूर जिंदा दबे, एजेंसी समेत चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज

ऑल वेदर रोड निर्माण के तहत रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर बांसवाड़ा में हुए हादसे में पुलिस ने कार्यदायी संस्था, मुख्य ठेकेदार, स्थानीय ठेकेदार और पोकलैंड मशीन के चालक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया है।

Aditya Mishra
Published on: 22 Dec 2018 3:58 PM GMT
देहरादून: 8 मजदूर जिंदा दबे, एजेंसी समेत चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज
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रुद्रप्रयाग: ऑल वेदर रोड निर्माण के तहत रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर बांसवाड़ा में हुए हादसे में पुलिस ने कार्यदायी संस्था, मुख्य ठेकेदार, स्थानीय ठेकेदार और पोकलैंड मशीन के चालक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया है।

वहीं पुलिस, एसडीआरएफ और जिला आपदा प्रबंधन ने शनिवार को भी घटनास्थल पर मलबा हटाने का कार्य जारी रखी। इस दौरान लापता एक मजूदर का शव मलबे में दबा मिला। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हादसे में अब मृतकों की संख्या 8 हो गई है।

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रेस्क्यू का नेतृत्व कर रहे थानाध्यक्ष होशियार सिंह पंखोली ने बताया कि सुबह से हाईवे के नीचे डाले गए मलबे में रेस्क्यू किया जा रहा था। शाम 6 बजे एक शव बरामद हुआ है, जिसकी शिनाख्त 20 वर्षीय माजिद खान, निवासी बगना जिला बारामूला के रूप में हुई है।

मौके पर पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया गया है। हादसे में मारे गए 7 मजदूरों के शव घटना के बाद बरामद कर लिए गए थे।

बताया जाता है कि बिना सुरक्षा इंतजामों के मजदूरों से काम कराया जा रहा था। नतीजन आठ मजदूरों को अपनी जान गंवानी पड़ी और तीन अभी भी गंभीर रूप से घायल हैं।

पूरे प्रकरण की प्रारंभिक जांच से मिले तथ्यों के आधार पर पुलिस ने ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत कार्यदायी संस्था आरजीबी कंपनी के डायरेक्टर, सुपरवाइजर, संबंधित ठेकेदार और पोकलैंड चालक के खिलाफ ऊखीमठ थाने में भादंस धारा 304 ए, 337 और 338 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

हाईवे बना अति संवेदनशील

पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि जिस तरह से दुर्घटना हुई है, उसका मुख्य कारण संस्था व जिम्मेदार लोगों की लापरवाही है। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मजदूरों के बीमा और अन्य सुरक्षा इंतजामों को लेकर भी संस्था व ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

हादसे के बाद से बांसवाड़ा में हाईवे अति संवेदनशील बना हुआ है। यहां पर पहाड़ी से जहां मलबा गिरने का भय बना हुआ है। वहीं, कीचड़ और ऊबड़-खाबड़ सड़क से जाम की स्थिति बनी हुई है, जिससे दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र में दोनों तरफ होमगार्ड के जवान तैनात करने की मांग की है, जिससे यातायात को बेहतर तरीके से संचालित किया जा सके।

शवों को लेकर एंबुलेंस दिल्ली रवाना

गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर बांसवाड़ा में मलबे में दबे आठ मजदूरों के शव उनके गांव पहुंचाए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने दो एंबुलेंस से शवों को दिल्ली भेज दिया है। जहां से जम्मू-कश्मीर सरकार की मदद से चार्टर विमान से बारामूला पहुंचाया जाएगा।

जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि बारामूला प्रशासन से वार्ता की गई है। उनके द्वारा सरकार से चार्टर विमान की मांग की गई है, जो दिल्ली से शवों को ले जाएगा। अगर, चार्टर विमान नहीं मिला तो सड़क से ही शवों को पहुंचाया जाएगा। इधर, पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि बारामूला पुलिस प्रशासन से मामले में वार्ता हो चुकी है। यहां से जो भी संभव होगा, पूरी मदद की जाएगी।

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Aditya Mishra

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