TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

उत्तराखंड: गूगल मैप की इन तस्वीरों से जानिए ग्लेशियर फटने से मची है कितनी बड़ी तबाही

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, 'चमोली जिले से एक आपदा की सूचना मिली है। जिला प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन विभागों को स्थिति से निपटने के लिए निर्देश दिया गया है. किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।

Aditya Mishra
Published on: 7 Feb 2021 1:40 PM IST
उत्तराखंड: गूगल मैप की इन तस्वीरों से जानिए ग्लेशियर फटने से मची है कितनी बड़ी तबाही
X
तपोवन रेणी क्षेत्र में ग्लेशियर आने के कारण ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को काफी क्षति पहुंची  है,जिससे नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।

चमौली:उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही हुई है। जिले के रेणी गांव के पास ग्लेशियर टूटा है। प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो चुकी है।

इसमें कई ग्रामीणों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ग्लेशियर धोली नदी के किनारे बह रहा है। इसमें 50 लोगों के बहने की आशंका जताई जा रही है।

धौलीगंगा ग्लेशियर की तबाही के साथ तपोवन में बैराज को भी भारी नुकसान की सूचना मिल रही है। प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। अभी स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाई है कि इस तबाही में कितना नुकसान हो पाया है।

आइए गूगल मैच से ली गई तस्वीरों के जरिये जानने की कोशिश करते हैं आखिर किस जगह पर ये हादसा हुआ है और राज्य को कितना बड़ा नुकसान हुआ है।

Dhauliganga उत्तराखंड: गूगल मैप की इन तस्वीरों से जानिए ग्लेशियर फटने से मची है कितनी तबाही(फोटो:सोशल मीडिया)

गलेशियर टूटने से इन इलाकों में बढ़ा खतरा

कीर्ति नगर, देवप्रयाग, मुनि की रेती इलाकों में खतरे की सबसे ज्यादा आशंका बनी हुई है। इन इलाकों में प्रशासन और स्थानीय लोगों को अलर्ट रहने को बोला गया है। पानी के बहाव में कई घरों के बहने की आशंका है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आईटीबीपी के 200 से ज्यादा जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। एसडीआरजी की 10 टीमें भी मौके पर पहुंचीं हैं। हरिद्वार, ऋषिकेष और श्रीनगर में अलर्ट जारी किया गया है। ग्लेशियर टूटने से यहां पावर प्रोजेक्ट ऋषि गंगा को भारी नुकसान हुआ है।

नदी में जल स्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है

चमोली जिले की पुलिस ने कहा- आम जनमानस को सूचित किया जाता है कि तपोवन रेणी क्षेत्र में ग्लेशियर आने के कारण ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को काफी क्षति पहुंची है,जिससे नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिस कारण अलकनंदा नदी किनारे रह रहे लोगों से अपील है, जल्दी से जल्दी सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।

चमोली के डीएम ने अधिकारियों को धौलीगंगा नदी के किनारे बसे गांवों में रहने वाले लोगों को बाहर निकालने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।

Chamauli उत्तराखंड: गूगल मैप की इन तस्वीरों से जानिए ग्लेशियर फटने से मची है कितनी तबाही(फोटो:सोशल मीडिया)

सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, 'चमोली जिले से एक आपदा की सूचना मिली है। जिला प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन विभागों को स्थिति से निपटने के लिए निर्देश दिया गया है। किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है।'



\
Aditya Mishra

Aditya Mishra

Next Story