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Guru Purnima In Haridwar: गुरु पूर्णिमा के मौके पर हरिद्वार में दिखी सख्ती, सुरक्षा के लिए 900 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात
Guru Purnima In Haridwar: आज देशभर में गुरु पूर्णिमा मनाया जा रहा है। वहीं हरिद्वार में गुरु पूर्णिमा के मौके जगह-जगह पर उत्तराखंड पुलिस की तैनाती देखने को मिली है।
Guru Purnima In Haridwar: आज देशभर में गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) मनाया जा रहा है। वहीं हरिद्वार में गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima In Haridwar) के मौके जगह-जगह पर उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) की तैनाती देखने को मिली है। स्नान पर्व को लेकर हरिद्वार के सभी सीमाओं पर कड़ी सुरक्षा को इंतजाम किया गया है।
कोरोना की तीसरी लहर (Coronavirus Third Wave) को रोकने के लिए उत्तराखंड सरकार ने सख्त से सख्त कदम उठा रही है। गुरु पूर्णिमा को लेकर आज हरिद्वार के सभी सीमाओं पर सख्ती बढ़ा दी गई है। वहीं कल यानी 25 जुलाई से सावन का महीना शुरू होने जा रहा है। कांवड़ियों को रोकने के लिए सरकार और पुलिस प्रशासन नई-नई रणनीतियां तैयार कर रही है। उत्तराखंड में दूसरे राज्यों से आने वाले कांवड़ियों को राज्य के सीमा से ही वापस लौटाया जा रहा है। वही राज्य के सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। साथ ही हरिद्वार के सीमाओं को भी सील कर दिया है, ताकि कोई कांवड़िया जिले में प्रवेश ना कर सके। इसके अलावा जिले में आने वाले लोगों को पहले निगेटिव आरटीपीसीआर (RT-PCR) रिपोर्ट दिखानी होगी।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथलि अबुदई कृष्णराज एस ने जानकारी दी है कि जिले के सीमाओं, गंगा घाटों व अन्य जगहों पर 900 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किये गये हैं, जिसमें पीएसी की 10 कंपनियां भी शामिल है। अबुदई कृष्णराज एस ने ये भी बताया कि, " हरिद्वार-नजीबाबाद चिड़ियापुर बॉर्डर पर एसआई 1, एक प्लाटून पीएसी और आठ आरक्षी तैनात किया गया है। साथ ही नारसन बॉर्डर पर 21 पुलिसकर्मी, 4 एसआई और एक प्लाटून पीएसी की टीम को लगाया गया है।
आपको बता दें कि बीते शुक्रवार को श्यामपुर बॉर्डर से 5 कांवड़ियों को वापस घर लौटा दिया गया। वहीं नारसन, भगवानपुर, श्यामपुर और चिड़ियापुर से करीब 120 वाहनों को वापस भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि इन वाहन सवारों के पास आरटीपीसीआर की जांच रिपोर्ट नहीं थी, जब उन्हें कोरोना टेस्ट कराने के लिए कहा गया तो उन्होंने टेस्ट करवाने से भी साफ मना कर दिया।
बता दें कि 25 जुलाई से सावन का महीना (Sawan Ka Mahina) शुरू होने वाला है। कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए उतराखंड समेत कई राज्यों ने कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Sarkar) और पुलिस दोनों ही राज्य में कांवड़ यात्रा को पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने में जुटी हुई है। कांवडियों को रोकने के लिए पुलिस ने 24 जुलाई से ही राज्य के सीमाओं को सील (Uttarakhand ki Simaye Seal) कर दी गई है।
बताते चलें कि राज्य में कांवड़ियों को रोकने के लिए बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों समेत अन्य जगहों पर सख्ती बढ़ा दी गई है। वही लोगों को जागरूक करने के लिए उत्तराखंड पुलिस, जीआरपी और आरपीएफ की टीम पंफ्लेट बांट रहे हैं, साथ ट्रेनों पर पोस्टर भी चस्पा रहे हैं।