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हरिद्वार कुंभ: कोरोना विस्फोट से मची भगदड़, जल्द होगा समापन का एलान

कुंभ में 50 से ज्यादा संतों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सरकारी स्तर पर इसके समापन का ऐलान आज किया जा सकता है।

Ramkrishna Vajpei
Written By Ramkrishna VajpeiPublished By Shreya
Published on: 16 April 2021 10:52 AM GMT (Updated on: 16 April 2021 11:40 AM GMT)
हरिद्वार कुंभ: कोरोना विस्फोट से मची भगदड़, जल्द होगा समापन का एलान
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हरिद्वार कुंभ (फोटो- सोशल मीडिया)

हरिद्वार: कोरोना के संक्रमण की तेज गति को देखते हुए और दो बड़े अखाड़ों द्वारा कुंभ के समापन की अपनी ओर से घोषणा किये जाने के बाद व मेला क्षेत्र तेजी से खाली होने को देखते हुए सरकारी स्तर पर हरिद्वार महाकुंभ के समापन की आधिकारिक घोषणा आज किसी भी वक्त की जा सकती है।

संत समाज में खलबली गुरुवार को अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर कपिल देवदास की मौत होने से मची है। वह लगभग 65 वर्ष के थे और कोरोना से संक्रमित हो गए थे। महामंडलेश्वर को कोविड जांच में संक्रमित पाया गया था। उनको सांस लेने में तकलीफ थी। कई दिनों से तेज बुखार भी आ रहा था। वह कुंभ मेले में ही थे। 12 अप्रैल को महामंडलेश्वर की हालत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें देहरादून के अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहीं पर उन्होंने अंतिम सांस ली।

कुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ (फोटो- सोशल मीडिया)

स्नान से परहेज करते देखे गए लोग

गौरतलब है कि हरिद्वार कुंभ इस बार साधु-संतों का वास्तविक कुंभ बन कर उभरा, कोरोना संक्रमण की आशंका के चलते और जांच कराकर हरिद्वार में प्रवेश दिये जाने के उत्तराखंड के फैसले के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने कुंभ स्नान से परहेज किया फिर भी प्रमुख स्नान पर्वों पर लाखों लोगों ने स्नान किया।

शाही स्नानों पर संत समाज ने अलौकिक छटा बिखेरी लेकिन अब ऐसा लगता है कि इस बार का कुंभ मोक्षदायी हो गया है क्योंकि एक महामंडलेश्वर के कोरोना से निधन और 50 से अधिक साधु-संन्यासियों के कोरोना संक्रमण की गिरफ्त में आ जाने की घटनाओं ने संत समाज को झकझोर दिया है। जिसके बाद निरंजनी अखाड़े और आनंद अखाड़े अपने-अपने अखाड़े की ओर से कुंभ समापन की घोषणा कर दी है।

संतों की भीड़ (फोटो- सोशल मीडिया)

50 से ज्यादा साधु-संत कोरोना की चपेट में

हरिद्वार कुंभ में 50 से अधिक साधु-संत कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। यह सरकारी आंकड़ा है, लेकिन संक्रमित साधु संतों की संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है। क्योंकि तमाम अखाड़ों में कोरोना के लक्षण साधु संतों में प्रकट होने शुरू हो गए हैं जिनकी जांच होनी अभी बाकी है।

स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम अलग-अलग अखाड़ों में जाकर साधुओं के RT-PCR टेस्ट कर रही है। 17 अप्रैल से टेस्टिंग और बढ़ाई जाएगी। जानकारी के अनुसार अकेले हरिद्वार में 19575 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं। इसके अलावा देहरादून में 37743, नैनीताल में 14679, पौड़ी गढ़वाल में 5679, ऊधम सिंह 12873 मरीज मिल चुके हैं।

Shreya

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