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Joshimath Sinking: धंसती जमीन पर बड़ा फैसला, तुरंत खाली हो 'Danger Zone', किराए पर रहने के पैसे देगी धामी सरकार
Joshimath Sinking: जोशीमठ में धंसती जमीन पर पुष्कर सिंह धामी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। डेंजर जोन को तुरंत खाली करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही कई अन्य बड़े निर्णय भी लिए गए।
Joshimath Sinking: उत्तराखंड के खूबसूरत शहर जोशीमठ में धंसती जमीन मसले पर शुक्रवार (6 जनवरी) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाईलेवल मीटिंग की। मुख्यमंत्री धामी ने बैठक में बड़ा फैसला लेते हुए डेंजर ज़ोन को तुरंत खाली करने के आदेश दिए। धामी सरकार किराए पर रहने वालों को पैसे देगी। इस मीटिंग में आयुक्त गढ़वाल, सचिव आपदा प्रबंधन और चमोली के डीएम से ग्राउंड रिपोर्ट लेकर जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर एक बड़ा अस्थायी पुनर्वास केंद्र (Temporary Rehabilitation Center) बनाने व डेंजर जोन को तत्काल खाली करवाने के निर्देश दिए। जोशीमठ मामले में केंद्र सरकार ने भी कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में 6 सदस्य होंगे।
पुष्कर सिंह धामी ने उच्च स्तरीय बैठक में सेक्टर और जोन के लिहाज से योजना बनाने तथा बिना देरी किए आपदा कंट्रोल रूम एक्टिवेट करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री धामी ने ये भी कहा कि, राज्य सरकार पूरी गहनता से इस समस्या के निष्कर्ष के लिए काम कर रही है। आम लोगों की सुरक्षा और क्षेत्र में हो रही समस्याओं का समाधान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। वहीं, मुख्यमंत्री धामी स्वयं शनिवार को जोशीमठ ग्राउंड जीरो पर जाकर हालात का जायजा लेंगे।
सीएम धामी- स्थाई पुनर्वास के लिए तलाशें जगह
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, 'स्थाई पुनर्वास के लिए पीपलकोटी (Pipalkoti) और गौचर (Goucher) सहित अन्य स्थानों पर सुरक्षित जगह तलाशी जाए। साथ ही, कम प्रभावित क्षेत्रों में भी तत्काल 'ड्रेनेज प्लान' (drainage plan) तैयार कर काम शुरू किया जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश में ये भी कहा कि मानसून से पहले जोशीमठ में सीवरेज ड्रेनेज आदि के काम पूरे कर लिए जाएं।
किराया देगी उत्तराखंड सरकार
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के निर्देश के बाद चमोली के जिलाधिकारी ने प्रभावितों को किराए पर रहने के लिए भी पैसे देने का ऐलान किया। सरकार प्रभावितों को छह महीने तक प्रतिमाह 4000 रुपए किराया देगी। ये राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से पीड़ितों की प्रदान की जाएगी।
कहां कितने मकानों में आई दरार?
जोशीमठ में अब तक कुल 561 भवनों में दरारें देखी गई है। साथ ही, दो बहुमंजिला होटल भी डेंजर ज़ोन में हैं। पांच मकानों को खाली कराया गया है। जांच के आधार पर जोशीमठ के गांधी नगर (Gandhi Nagar) में 127, मारवाड़ी (Marwari) में 28, लोअर बाजार नृसिंह मंदिर में 24, सिंह धार में 52, मनोहर बाग (Manohar Bagh) में 69, अपर बाजार डाडों में 29, सुनील में 27, परसारी में 50, रवि ग्राम में 153 सहित कुल 561 मकानों में दरारें आई हैं।
ये हैं सबसे प्रभावित इलाके, NDRF तैनात
जोशीमठ (Joshimath Sinking) के सुनील गांव, मनोहर बाग, सिंहधार, जेपी कॉलोनी (Jp Colony), मारवाड़ी, विष्णुप्रयाग (Vishnuprayag), रविग्राम, गांधीनगर क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हैं। यहां हालात चिंताजनक और गंभीर बने हुए हैं। SDRF की टीम यहां पहले से तैनात है। वहीं, गढ़वाल आयुक्त (Garhwal Commissioner) ने सुरक्षा के नजरिये से जोशीमठ में NDRF दल की तैनाती के भी निर्देश दिए।