×

Kedarnath Yatra 2022: केदारनाथ धाम जा रहे पैदल यात्रियों के लिए व्यवस्था लचर, घट सकती है कोई अप्रिय घटना

Chardham Yatra : कोरोना महामारी के कारण केदारनाथ धाम के कपाट 2 साल बाद खोल दिए गए हैं। भगवान के दर्शन के लिए रिकॉर्ड तोड़ संख्या में भक्त केदारनाथ धाम (Kedarnath Yatra 2022) पहुंच रहे हैं।

Bishwajeet Kumar
Published on: 8 May 2022 4:26 AM GMT
Kedarnath Yatra 2022
X

केदारनाथ धाम जा रहे पैदल यात्रियों का हुजूम (तस्वीर साभार : सोशल मीडिया)

Chardham Yatra 2022 : चारों धामों में से एक केदारनाथ धाम मंदिर के कपाट पूरे विधि विधान के साथ भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं। मंदिर को लाइटों और फूलों के जरिए बड़े ही भव्य तरीके से सजाया गया है। पूर्णा महामारी के कारण मंदिर के कपाट इस बार 2 साल बाद खुले हैं। कपाट खुलने के तुरंत बाद से ही केदारनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का भारी हुजूम उत्तराखंड पहुंच रहा है। इन पहाड़ी रास्तों पर भक्तों का भीड़ इस कदर बढ़ गया है कि लोगों को एक दूसरे से धक्का-मुक्की कर आगे बढ़ना पड़ रहा है।

पैदल यात्रियों की भारी भीड़

केदारनाथ धाम पैदल जा रहे श्रद्धालुओं की एक वायरल वीडियो में देखा जा रहा कि पतले पहाड़ी रास्तों पर भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए जा रहे हैं। इस वायरल वीडियो में यह साफ दिख रहा है कि केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए पैदल मार्ग से जा रहे यात्रियों को कदम रखने भर का जगह भी बड़े ही परेशानी के बाद मिल रहा है। इस भीड़ के कारण दर्शन के लिए जा रहे रास्ते पर पूरी व्यवस्था लचर दिखाई पड़ रही है। जिसके कारण इन रास्तों पर कोई भी गंभीर घटना कभी घटित हो सकता है।

पैदल यात्रियों के लिए व्यवस्था कम

कोरोना महामारी के कारण जब 2 साल बाद इस साल केदारनाथ धाम का कपाट भक्तों के लिए खोला गया तो यहां भीड़ के कारण हालात बेकाबू होते नजर आ रहे हैं। सरकार की ओर से यह निर्देश दिए गए हैं कि केदारनाथ धाम दर्शन के लिए प्रतिदिन केवल 12000 यात्री ही जा सकते हैं मगर पहले ही दिन केदारनाथ धाम यात्रा के लिए करीब 25 हजार से अधिक भक्त पहुंच गए। इस तरह से बढ़ती भारी भीड़ वहां की प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।

होटलों में नहीं मिल रहा जगह

देश के लगभग हर कोने से इतनी भारी संख्या में आए भोले के भक्तों को केदारनाथ धाम के पास के क्षेत्र गौरीकुंड और सोनप्रयाग में रहने का ठिकाना भी नहीं मिल पा रहा है। सोनप्रयाग के लगभग सभी धर्मशाला तथा होटलों में अब यात्रियों के रहने के लिए कोई जगह नहीं बचा है। दर्शन के लिए पहुंच रहे इस भारी हुजूम के कारण सोनप्रयाग गौरीकुंड के सड़कों पर जाम के हालात भी बने रह रहे हैं। पहले दिन क्षमता से करीब दो गुने यात्रियों के आने के कारण पूरी व्यवस्था चरमराई नजर आ रही है। बता दें महज 2 दिनों में ही करीब 40,000 से अधिक भक्तों ने केदारनाथ धाम के दर्शन किए।

Bishwajeet Kumar

Bishwajeet Kumar

Next Story